जी-20 के सदस्य देश शनिवार को उन नीतियों का समर्थन करने पर सहमत हुए, जो बिजनेस और निवेश को सभी के लिए वृद्धि और समृद्धि के इंजन के रूप में काम करने में सक्षम बनाएंगी। जी-20 नयी दिल्ली घोषणापत्र (नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन) के अनुसार, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के मूल में एक नियम-आधारित, गैर-भेदभावपूर्ण, निष्पक्ष, खुली, समावेशी, न्यायसंगत, टिकाऊ और पारदर्शी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली बहुत जरूरी है। नयी दिल्ली घोषणापत्र में कहा गया, “हम उन नीतियों का समर्थन करेंगे, जो व्यापार और निवेश को सभी के लिए वृद्धि और समृद्धि के इंजन के रूप में काम करने में सक्षम बनाएंगी।”
समान अवसर सुनिश्चित करने पर प्रतिबद्धता दोहराई
नेताओं ने संरक्षणवाद और बाजार को विकृत करने वाली प्रथाओं को हतोत्साहित करके समान अवसर और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा, जिससे सभी को अनुकूल व्यापार और निवेश माहौल को बढ़ावा मिल सके। नयी दिल्ली घोषणापत्र के अनुसार, “हम एक समावेशी सदस्य-संचालित प्रक्रिया के माध्यम से अपने सभी कार्यों को बेहतर बनाने के लिए डब्ल्यूटीओ में सुधार को आगे बढ़ाने की जरूरत को दोहराते हैं। हम 2024 तक सभी सदस्यों के लिए एक पूर्ण और अच्छी तरह से कार्यशील विवाद निपटान प्रणाली को सुलभ बनाने की दृष्टि से चर्चा आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रचनात्मक रूप से काम करने पर सहमत हुए
घोषणापत्र के अनुसार, वे फरवरी में अबूधाबी में होने वाले डब्ल्यूटीओ के 13वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एमसी13) में सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित करने के लिए रचनात्मक रूप से काम करने पर सहमत हुए। एमसी जिनेवा स्थित 164-सदस्यीय डब्ल्यूटीओ का सर्वोच्च निर्णायक निकाय है, जो सदस्य देशों के बीच व्यापार विवादों पर निर्णय लेने के अलावा वैश्विक निर्यात और आयात के लिए नियम बनाता है।