भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 20 मई को समाप्त सप्ताह में 4.23 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार यह वृद्धि विदेशीमुद्रा परिसंपत्तियों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है। इससे पूर्व 13 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.676 अरब डॉलर घटकर 593.279 अरब डॉलर रह गया था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है।
आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.825 अरब डॉलर बढ़कर 533.378 अरब डॉलर हो गयी। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है। आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 25.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.823 अरब डॉलर हो गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 10.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.306 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 5.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.002 अरब डॉलर पहुंच गया।