प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा है कि दुनिया के नाजुक दौर से गुजरने के बावजूद भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होनें रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड (आरएफसीएल) के उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन किया जिसे 6,338 करोड़ रुपये की लागत से चालू किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने 990 करोड़ रुपये की बजट लागत से निर्मित भद्राचलम रोड से सत्तुपल्ली तक 54.1 किलोमीटर रेलवे लाइन का ऑनलाइन उद्घाटन भी किया।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार वर्ष 1990 के बाद यानी पिछले तीन दशकों में देश ने जो विकास देखा है, वो पिछले आठ वर्षों के दौरान हुए बदलावों के कारण कुछ ही वर्षों में होगा। पिछले दो-तीन साल से दुनिया कोरोना महामारी से लड़ रही है। दूसरी ओर संघर्ष हो रहे हैं, सैन्य कार्रवाइयां हो रही हैं और उसका असर देश और दुनिया पर भी पड़ रहा है।
भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
इन विकट परिस्थितियों में भी दुनिया भर में एक और बात सुनने को मिल रही है। दुनिया भर के जानकारों का कहना है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और उस दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में शासन, विचार प्रक्रिया और दृष्टिकोण में भी बदलाव आया है। चाहे वो बुनियादी ढांचा हो, सरकारी प्रक्रियाएं हों या व्यापार करने में आसानी हो। ये सभी बदलाव भारत के 'आकांक्षी समाज' को प्रेरित कर रहे हैं।
मोदी ने किया शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 10,742 करोड़ रुपये की सात विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। विशाखापत्तनम में आंध्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित एक सार्वजनिक बैठक में उन्होंने दो परियोजनाओं का उद्घाटन किया और रिमोट दबाकर पांच अन्य की आधारशिला रखी है।