Highlights
- हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने दो महीनों में दूसरी बार कीमतें बढ़ा दी हैं
- साबुन, डिटर्जेंट, डिशवॉश जैसे उत्पादों की कीमतें 3 से 10 फीसदी तक बढ़ गए
- कच्चे माल की ऊंची कीमतों से कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ रहा है
नई दिल्ली। अगर आप कमरतोड़ महंगाई से पहले ही परेशान हैं तो अपनी पीठ और मजबूत कर लीजिए। देश की सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (Hindustan Unilever Limited-HUL) ने दो महीनों में दूसरी बार कीमतें बढ़ा दी हैं। इसके साथ ही अब आपके घर में रोजाना उपयोग होने वाले साबुन, डिटर्जेंट, डिशवॉश जैसे उत्पादों की कीमतें 3 से 10 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
ताजा बढ़ोत्तरी पर एचयूएल का कहना है कि कच्चे माल की ऊंची कीमतों से कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ रहा है। जिसके चलते इन उत्पादों के दाम दूसरी बार बढ़ाने का फैसला किया गया है। इससे पहले एचयूएल ने जनवरी में कीमतों में बढ़ोत्तरी की थी। फिलहाल दूसरी कंपनियों की ओर से कीमतों में वृद्धि नहीं की गई है। लेकिन एचयूएल की देखा देखी आईटीसी, विप्रो जैसी दूसरी कंपनियां भी अपने दाम बढ़ाने का निर्णय ले सकती हैं।
घटती मांग के बावजूद बढ़ी महंगाई
कंपनी ने दिसंबर में संकेत दिया था कि यदि कच्चे माल के दाम बढ़े तो नए साल से कीमतों में बढ़ोत्तरी करनी होगी। ऐसा भी तब जब कंपनी को ग्रामीण भारत से बिक्री में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। ब्रोकरेज फर्म एडलवीज सिक्योरिटीज का कहना है कि एफएमसीजी कंपनी ने फरवरी में साबुन, सर्फ, डिशवॉश और अन्य दूसरे उत्पादों की कीमतों में 3-10 फीसदी तक वृद्धि की है।
जनवरी में 20 फीसदी बढ़े थे दाम
एचयूएल ने इस साल जनवरी में भी उत्पादों के दाम 3-20 फीसदी तक बढ़ाए थे। चाय, कच्चे पाम तेल एवं अन्य कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण कंपनी ने दिसंबर और सितंबर तिमाही में भी दाम बढ़ाए थे। इससे वह उन एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हुई थी, जिनका परिचालन आय दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर बढ़ा था