सर्दियों का मौसम आ चुका है। लोग घर से बाहर निकलने से पहले ठंड के कपड़े साथ रखना शुरू कर दिए हैं। लोग खरीदारी भी कर रहे हैं। इसका असर मार्केट में देखने को भी मिल रहा है। दैनिक उपयोग का सामान (FMCG) बनाने वाली कंपनियां सर्दियों के प्रोडक्ट्स की शुरुआती मांग और सकारात्मक रूझान से उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि पारा जैसे-जैसे गिरता जाएगा, इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी बढ़ेगा और ग्रामीण इलाकों से वृद्धि को गति मिलेगी।
बिक्री में आई तेजी
डाबर, इमामी और मैरिको जैसी कंपनियों के सर्दियों वाले प्रोडक्ट्स की बिक्री में तेज आई है, जिनमें त्वचा की देखभाल वाले प्रोडक्ट से लेकर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले च्यवनप्राश और शहद जैसे उत्पाद शामिल हैं। कंपनियों को उम्मीद है कि फसल अच्छी रहने और महंगाई में कमी आने से आगामी तिमाहियों में ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री बढ़ेगी। ई-कॉमर्स और व्यापार के आधुनिक माध्यमों पर भी सर्दियों के प्रोडक्ट्स की बिक्री अच्छी बनी हुई है।
इनके लिए सर्दियों का मौसम अहम
मैरिको में मुख्य परिचालन अधिकारी (भारत में कारोबार) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (नया कारोबार) संजय मिश्रा ने कहा कि सफोला इम्युनिवेदा श्रृंखला के प्रोडक्ट्स और बॉडी लोशन जैसे के लिए सर्दियों का मौसम अहम होता है जिनके लिए विशेषकर उत्तरी क्षेत्र से मांग आती है। उन्होंने कहा, ‘‘सर्दियों शुरू होने के साथ ही इस साल भी इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बढ़ गया है।’’ मिश्रा ने कहा, ‘‘हमें भरोसा है कि इन सर्दियों में बॉडी लोशन की श्रेणी में मांग में वृद्धि सालाना आधार पर 50 प्रतिशत से अधिक रहेगी।’’
ग्रामीण बाजारों में मांग अब भी कम
डाबर इंडिया लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी आदर्श शर्मा ने कहा कि अभी तो सर्दियां शुरू ही हुई हैं। हमारे प्रोडक्ट्स की शुरुआती मांग में निरंतरता बनी हुई है। यदि इस बार अच्छी ठंड पड़ेगी तो मांग में और तेजी आएगी। शहरी बाजारों की तुलना में ग्रामीण बाजारों में मांग अब भी कम है। हालांकि, फसल अच्छी रहने से आगामी तिमाही में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली मांग में वृद्धि की उम्मीद है। इमामी में अध्यक्ष (बिक्री-सीसीडी) विनोद राव ने कहा कि महंगाई के कारण मांग संबंधी चुनौतियों के बावजूद कंपनी के सर्दियों के प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन ग्रामीण बाजारों के साथ-साथ थोक बिक्री भी में अच्छा रहने वाला है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इस वर्ष बड़े पैकेट वाले प्रोडक्ट्स की बिक्री भी बढ़ी है।