अमेरिकी रेटिंग एजेंसी फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक बार फिर से भरोसा जताया है। फिच ने मध्यम अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के अनुमान को 0.70 प्रतिशत बढ़ाकर 6.2 प्रतिशत कर दिया है , जो कि पहले 5.5 प्रतिशत था। वहीं, चीन के विकास के अनुमान में कटौती की गई है। रेटिंग एजेंसी की ओर से भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर के अनुमान को ऐसे समय पर बढ़ाया गया है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था महंगाई और अधिक ब्याज दर जैसी बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है।
भारत और मैक्सिको के अनुमान में की वृद्धि
रेटिंग एजेंसी की ओर से भारत के साथ मैक्सिको के अनुमान में भी वृद्धि की गई है। फिच का कहना है कि बेहतर कैपिटल टू लेबर रेश्यो का फायदा इन दोनों देशों को मिलेगा। इस कारण भारत के अनुमान को 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.2 प्रतिशत और मैक्सिको के अनुमान को 1.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 2.0 प्रतिशत कर दिया गया है।
चीन को दिया झटका
फिच की ओर से चीनी अर्थव्यवस्था को डाउनग्रेड किया गया है। इसके साथ ही विकास दर के अनुमान में 0.7 प्रतिशत की भारी कटौती की गई है। फिच का अनुमान है कि चीनी अर्थव्यवस्था 4.6 प्रतिशत की दर से विकास कर सकती है जो कि पहले 5.3 प्रतिशत था।
इन देशों के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया
फिच की ओर से पोलैंड के विकास दर के अनुमान को 2.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.0 प्रतिशत, तुर्किये के विकास दर के अनुमान को 4.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.9 प्रतिशत और इंडोनेशिया के विकास दर अनुमान को 4.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.9 प्रतिशत कर दिया है।
वहीं, रूस की अर्थव्यवस्था के अनुमान को 1.6 प्रतिशत से घटाकर 0.8 प्रतिशत, साउथ कोरिया के विकास दर अनुमान को 2.3 प्रतिशत से घटाकर 2.1 प्रतिशत कर दिया है। साउथ अफ्रीक की अर्थव्यवस्था के विकास के अनुमान को 1.2 प्रतिशत से घटाकर 1.0 प्रतिशत कर दिया है।