देश के सभी नेशनल हाइवे पर पड़ने वाले टोल बूथ पर फास्टैग अनिवार्य है। मुमकिन है कि आपकी कार की विंड स्क्रीन पर भी फास्टैग का स्टिकर चस्पा होगा। जिसका उपयोग आप अक्सर टोल पर भुगतान के लिए करते होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि फास्टैग सिर्फ टोल बूथ पर ही नहीं, बल्कि आपकी रोजमर्रा की कई मुश्किलें हल कर सकता है।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार देश की कई स्टार्टअप कंपनियां फास्टैग के अन्य इस्तेमाल को लेकर बेहद सरगर्मी के साथ रिसर्च कर रही हैं। कुछ कंपनियां फास्टैग को बहुपयोगी बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू कर चुकी हैं। जल्द ही आपको पेट्रोल पंप पर पेमेंट के लिए फास्टैग की सुविधा मिल सकती है। इसके साथ ही मूवी टिकट से लेकर अन्य जरूरत के लिए भी आप अपनी कार की मदद से पेमेंट कर सकता है।
फास्टैग से कीजिए पेट्रोल का पेमेंट
गोवा का एक स्टार्टअप न्युमेडिक पेट्रोल पंप पर फास्टैग की मदद से पेमेंट करने का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च कर चुका है। इसके लिए इस स्टार्टअप ने इंडियन आयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के साथ करार किया है। यह पायलट प्रोजेक्ट बीते साल अक्टूबर से चल रहा है। इन पंप पर आने वाले कई ग्राहक बिना कार का शीशा नीचे किए आसानी से पेमेंट कर इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब कंपनी की प्लानिंग इस प्रोजेक्ट को अन्य तेल कंपनियों और बैंकों के साथ जुुड़कर देश भर में और भी पेट्रोल पंप पर यह सुविधा देने की प्लानिंग कर रही है।
पार्किंग से लेकर मूवी टिकट भी
फास्टैग अब कई काम आ सकता है। दिल्ली और नोएडा में कई सरकारी पार्किंग में फास्टैग से भुगतान लिया जा रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर भी यह सुविधा है। वहीं गुरुग्राम की स्टार्टअप कंपनी पार्क प्लस भी आरएफआईडी की मदद से पार्किंग के लिए भुगतान विकल्प पेश कर रही है। फिलहाल यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, कोयंबटूर, देहरादून और वडोडरा के 15 से अधिक मॉल में फास्टैग की मदद से भुगतान की सुविधा दे रही है। इसके अलावा ड्राइव इन मूवी थिएटर्स में भी फास्टैग से भुगतान लेने की तैयारी की जा रही है।
अन्य देशों में मिलती हैं कई सुविधाएं
दुबई के अलावा कई बड़े शहरों में आरएफआईडी का इस्तेमाल विभिन्न जरूरतों के लिए हो रहा है। 2016 में एमीरेट्स नेशनल आयल कंपनी(Enoc) अपने पेट्रोल पंप पर यह सुविधा शुरू कर दी है। दुबई में फास्टैग की तरह ही सालिक टैग प्रयोग में आता है। इसकी मदद से पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को पेमेंट की सुविधा मिल रही है। वहीं जर्मनी में मर्सिडीज़ बेंज के ग्राहकों को कार पार्किंग भुगतान की सुविधा मिल रही है। दुनिया भर में अब इस प्रणाली को पे बाय कार के नाम से जाना जाता है। वहीं कुछ देशों में ट्रैफिक फाइन भी इसकी मदद से वसूलने की व्यवस्था है।
फास्टैग से सरकार को 26000 करोड़ की कमाई
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन आफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित FASTags रेडियो फ्किवेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) चिप को वाहन की विंड स्क्रीन पर चिपकाया जाता है। इस चिप में वाहन की जानकारी और भुगतान विवरण स्टोर होता है। जब कार टोल प्लाजा, पार्किंग या पेट्रोल पंप पर पहुंचती है तो RFID रीडर भुगतान प्रोसेस कर लेता है।