दुनिया की टेक दिग्गज कंपनी फेसबुक और गूगल ने पिछले साल से लेकर अब तक हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कंपनी ने इस कटौती के पीछे काॅस्ट कटिंग का हवाला दिया था। अब ये दोनों कंपनियां अपने टाॅप मैनेजमेंट में शामिल कर्मचारियों को बंपर बोनस से नवाज रही है। इस पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। एंटरप्रेन्योर की रिपोर्ट के अनुसार छंटनी के बीच वरिष्ठ अधिकारियों को छह अंकों के बोनस दिए गए हैं। कंपनी के एक वर्चुअल सत्र के दौरान मेटा कर्मचारियों ने सीईओ मार्क जुकरबर्ग से इसको लेकर तीखे सवाल किए।
छंटनी के लिए मार्क जुकरबर्ग को जिम्मेदार ठहराया
यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) के साथ पिछले सप्ताह जारी मेटा की फाइलिंग के अनुसार, मुख्य वित्तीय अधिकारी सुसान ली जैसे सी-सूट के अधिकारियों को बोनस में 575,613 डॉलर, मुख्य उत्पाद अधिकारी क्रिस कॉक्स 940,214 डॉलर, मुख्य परिचालन अधिकारी जेवियर ओलिवन; मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी एंड्रयू बोसवर्थ; रणनीति अधिकारी (सीएसओ) डेविड व्हेनर 712,284 डॉलर और पूर्व सीओओ शेरिल सैंडबर्ग को 298,385 डॉलर प्राप्त हुए। द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, एक कर्मचारी ने जुकरबर्ग से पूछा कि पूरी कार्यकारी टीम को ईई/जीई रेटिंग (मेटा पर शीर्ष-स्तरीय प्रदर्शन समीक्षा) क्यों मिली, जबकि वे उन विकल्पों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं जिनके कारण हमें कंपनी के 20 प्रतिशत की छंटनी करनी पड़ी? जवाबदेही कहां है?"
नौ मिलियन की वृद्धि
सी-सूट के अधिकारियों ने व्यक्तिगत प्रदर्शन गणना के आधार पर बोनस प्राप्त किया, जिसमें लक्ष्य प्रतिशत 75 प्रतिशत था। जुकरबर्ग ने कथित तौर पर कर्मचारियों से कहा कि कुछ अधिकारियों ने नई भूमिकाओं में कदम रखा है और 'विस्तारित कार्यक्षेत्रों पर ले लिया है।' इस बीच, कंपनी के एसईसी फाइलिंग के अनुसार, अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को 2022 में लगभग 226 मिलियन डॉलर का बोनस मिला। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि अल्फाबेट के सभी पांच अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी 2022 के लिए लाखों में बोनस मिला है, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में कम से कम नौ मिलियन की वृद्धि हुई है।