Budget 2023 expectations: वर्ष 2022 किसानों के लिये मौसम के हिसाब से काफी चुनौतीपूर्ण रहा है, वहीं इस दौरान सरकार ने इस क्षेत्र में फोकस करके अपनी योजनाओं का दायरा बढ़ाया है। दूसरी ओर इन योजनाओं का फायदा प्रत्यक्ष रूप से किसानों को मिला है, वहीं सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिये इस दौरान कार्य भी किया है। दूसरी ओर बीते सालों की अपेक्षा किसानी में अब के दौर में लागत भी बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप किसान अपेक्षाकृत मुनाफा नहीं कमा पाये हैं, वहीं सरकार ने इस ओर ध्यान देते हुये कई तरह की योजनाएं भी लागू की है। वहीं अब आने वाले बजट- 2023 से कृषि क्षेत्र बड़े बदलाव की उम्मीद कर रहा है, आज हम बतायेंगे कि किसानों की कौनसी उम्मीदें बजट- 2023 से जुड़ी हुई हैं।
कृषि क्षेत्र से जुड़ी चीजों पर कम हो जीएसटी
बता दें कि किसान लंबे समय से किसानी में इस्तेमाल होने वाली चीजों में से जीएसटी घटाने और हटाने की मांग कर रहे हैं, ऐसे में बजट 2023 से किसानों को उम्मीद है कि इसे कम किया जायेगा। दूसरी ओर ऐसा होने से किसानों की उत्पादन लागत बढ़ेगी, जिससे उनकी आय भी बढ़ेगी। वहीं मौजूदा समय में हैंड पम्प, खेती की मशीनें, ट्रेलर आदि पर भारी जीएसटी लागू है।
इस साल आवंटन बढ़ने की उम्मीद
फाइनेंसियल वर्ष 2022-23 के लिये कृषि क्षेत्र के लिए सरकार की ओर से 1.40 लाख करोड़ का आवंटन किया गया था, जोकि 2021-22 के अनुमानों से बहुत अधिक था। ऐसे में किसान सरकार से बजट -2023 में कृषि क्षेत्र के आवंटन के लिये 20-25 % फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं।
क्या बढ़ेगी किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट
मौजूदा समय में सीमांत किसानों को क्रेडिट कार्ड पर 1,0000 से 5,0000 हजार तक का लोन बहुत ही कम ब्याज पर मिलता है, जहां किसान इस पैसे का उपयोग खाद, बीज, कृषि उपकरणों की खरीद पर करते हैं। दूसरी ओर बीते सालों से खाद की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में किसानों की मांग है कि इसे बढ़ाया जाये जिससे उन्हें इनकी खरीद पर आसानी हो। वहीं बजट- 2023 में किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ने की उम्मीद लगाये बैठे हैं।