Highlights
- मई, 2022 में 16.82 लाख नए अंशधारक EPFO से जुड़े हैं
- 2021 में EPFO से जुड़ने वाले अंशधारकों की तुलना में लगभग 83% अधिक है
- सबसे अधिक इजाफा 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में हुआ
EPFO payroll data: देश के जॉब मार्केट में तेजी से नए मौके जुड़ रहे हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के ताजा आंकड़ों को देखें तो देश भर में कोरोना संकट के बाद एक बार फिर जॉब मार्केट में तेजी दिखाई दे रही है। EPFO के ताजा आंकड़े बताते हैं कि मई, 2022 में 16.82 लाख नए अंशधारक EPFO से जुड़े हैं। यह बताता है कि संगठित क्षेत्र में रोजगार बढ़े हैं। यह आंकड़ा मई, 2021 में ईपीएफओ से जुड़ने वाले 9.2 लाख अंशधारकों की तुलना में लगभग 83 प्रतिशत अधिक है।
श्रम मंत्रालय ने बुधवार को बयान में कहा कि ईपीएफओ के बुधवार को जारी मई, 2022 के संगठित क्षेत्र में नियमित वेतन पर रखे गये लोगों (पेरोल) के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, उसके अंशधारकों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में शुद्ध रूप 7.62 लाख की बढ़ोतरी हुई है।
9 लाख को पहली बार मिली नौकरी
आंकड़ों से अनुसार, मई में जोड़े गए कुल 16.82 लाख अंशधारकों में करीब 9.60 लाख अंशधारकों को कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत पहली बार जोड़ा गया है। वहीं, करीब 7.21 लाख सदस्य नौकरी बदलने के कारण ईपीएफओ छोड़ने के बाद फिर से उसमें शामिल हो गए।
सबसे ज्यादा 22 से 25 साल के युवाओं को नौकरी
मई, 2022 के दौरान ईपीएफओ से जुड़ने वाले अंशधारकों की संख्या बीते वित्त वर्ष के मासिक औसत आंकड़ों से अधिक है। उम्र के आधार पर पेरोल आंकड़ों के मुताबिक, मई, 2022 के दौरान सबसे अधिक इजाफा 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में हुआ। इस दौरान इस आयु वर्ग के 4.33 लाख सदस्य जुड़े।
जॉब देेने में सबसे आगे रहे ये राज्य
आंकड़ों के अनुसार, ईपीएफओ से जुड़ने वाले अंशधारकों में सबसे अधिक इजाफा महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली में हुआ है। इन राज्यों ने मई, 2022 के दौरान शुद्ध रूप से करीब 11.34 लाख नए अंशधारक जोड़े, जो कुल संख्या का 67.42 प्रतिशत बैठता है। मई में ईपीएफओ से जुड़ने वाली महिलाओं की संख्या शुद्ध रूप से 3.42 लाख रही। इस दौरान ईपीएफओ से जुड़ने वाले कुल लोगों में महिलाओं की हिस्सेदारी 20.39 प्रतिशत रही।