श्रम मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि सेवानिवृत्ति निधि निकाय ईपीएफओ ने इस साल जुलाई में 19.94 लाख नए सदस्य जोड़े। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में 10.52 लाख नए या पहली बार काम करने वाले लोगों ने सदस्यता ली। पीटीआई की खबर के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि इस साल जुलाई में करीब 20 लाख नए सदस्य (19.94 लाख) जुड़े।
18-25 वर्ष की आयु के करीब 6.25 लाख सदस्य पहली बार जुड़े
खबर के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि जुलाई में जोड़े गए 8.77 लाख सदस्य 18-25 वर्ष की आयु के हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक 18-25 वर्ष की आयु के करीब 6.25 लाख सदस्य पहली बार काम करने वाले या नए सदस्य हैं। नए सदस्यों में से करीब 59.4 प्रतिशत 18-25 आयु वर्ग के हैं।
उन्होंने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि युवाओं के रोजगार में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि जुलाई में ईपीएफओ द्वारा 4.41 लाख महिला सदस्य जोड़े गए, जिनमें 3.05 लाख नई सदस्य शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि महिला रोजगार में भी वृद्धि हुई है।
जून में जोड़े थे इतने
ईपीएफओ ने बीते जून 2024 में 19. 29 लाख सदस्यों शामिल किया था। साल-दर-साल विश्लेषण से पता चला है कि जून 2023 की तुलना में शुद्ध सदस्य जोड़ में 7. 86 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सदस्यता में इस उछाल को कई कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें रोजगार के अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरुकता और ईपीएफओ के आउटरीच कार्यक्रमों की प्रभावशीलता शामिल है। डेटा इंगित करता है कि जून 2024 के दौरान लगभग 10. 25 लाख नए सदस्य नामांकित हुए हैं। मई 2024 से नए सदस्यों में 4. 08 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और जून 2023 के मुकाबले 1. 05 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।