ईपीएफओ से जुड़ने वाले मेंबर की संख्या में अक्टूबर में भारी गिरावट दर्ज की गई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के बुधवार को जारी लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में सिर्फ 7,72,000 मेंबर ही संस्थान से जुड़ सके। यह संख्या चालू वित्तीय वर्ष में अब तक के सबसे निचले स्तर पर चली गई है। बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक, मजबूत त्योहारी मांग के बावजूद इस वित्तीय वर्ष में एक महीने में मेंबर्स की संख्या सबसे कम थी।
सितंबर 2023 की तुलना में यह 16.7% की गिरावट
ईपीएफओ के लेटेस्ट आंकड़ों पर नजर डालें तो जुड़ने वाले नए मेंबर की संख्या सितंबर 2023 की तुलना में 16.7% कम रही। हालांकि अक्टूबर 2022 के मुकाबले यह संख्या 6.07 प्रतिशत की ग्रोथ को दर्शाता है। इससे पहले, ईपीएफओ में नए एंटर करने वाले मेंबर फरवरी और मार्च में 800,000 अंक से नीचे थे, लेकिन बीच के महीनों में इसमें सुधार आया। ईपीएफओ के पेरोल डेटा को औपचारिक क्षेत्र के रोजगार सृजन का एक हाई फ्रीक्वेंसी संकेतक माना जाता है। वैसे यह डेटा अभी अनंतिम है, इसलिए इसे बाद के महीनों में इसमें कुछ संशोधित भी किया जा सकता है।
ईपीएफओ ने अक्टूबर में 1.53 मिलियन शुद्ध सदस्य जोड़े
श्रम और रोजगार मंत्रालय की बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि ईपीएफओ ने अक्टूबर में 1.53 मिलियन शुद्ध सदस्य जोड़े। पेरोल डेटा की साल-दर-साल तुलना अक्टूबर 2022 के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में शुद्ध सदस्यता में 18.22% की ग्रोथ दर्शाती है। पेरोल डेटा यह भी बताता है कि करीब 1.11 मिलियन सदस्य बाहर निकल गए लेकिन ईपीएफओ में फिर से शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अपनी नौकरियां बदल ली हैं और ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए हैं। इन मेंबर्स ने आखिरी सेटलमेंट के लिए अप्लाई करने के बजाय अपनी जमा राशि को ट्रांसफर करने का विकल्प चुना है।
बाहर निकलने की संख्या में गिरावट
श्रम और रोजगार मंत्रालय का कहना है कि पिछले चार महीनों से ईपीएफओ से बाहर निकलने की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। अक्टूबर, 2023 के लिए ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या पिछले 12 महीनों में सबसे कम है। डेटा के मुताबिक, उद्योग-वार डेटा की महीने-दर-महीने तुलना होटल उद्योग, चाय प्रतिष्ठानों, व्यापारिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, भारी-भरकम रसायनों, जीवन बीमा कंपनियों में काम करने वाले सदस्यों में तेज बढ़ोतरी है।