
घाटे में चल रही महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम यानी एमएसआरटीसी कर्मचारियों को हर महीने की 7 तारीख को सैलरी मिलेगी। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, परिवहन मंत्री ने सैलरी मिलने में देरी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। मंत्री ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों के लंबित वेतन के मुद्दे को हल करने के लिए राज्य के वित्त सचिव से मुलाकात की। साथ ही राज्य संचालित निकाय के लिए लंबित बकाया राशि में से 1,076 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की।
120 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश
खबर के मुताबिक, मीटिंग के बाद महाराष्ट्र सरकार ने लंबित बकाया राशि में से 120 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश दे दिया है। मुंबई में परिवहन निकाय के मुख्यालय में एमएसआरटीसी के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद सरनाईक ने आश्वासन दिया कि निगम के कर्मचारियों को हर महीने की सातवीं तारीख को सैलरी मिलेगी ।परिवहन मंत्री ने कहा कि एमएसआरटीसी अपने बेड़े में 2,640 नई बसें शामिल करने की प्रक्रिया में है। इनमें से 800 से ज़्यादा बसें पहले से ही चल रही हैं।
महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम लगभग 15,000 बसों के बेड़े के साथ देश की सबसे बड़ी परिवहन संस्थाओं में से एक है। घाटे में चल रही यह परिवहन संस्था रोज़ाना लगभग 60 लाख यात्रियों को सफर कराती है। यह बड़े शहरों से लेकर गांव और दूसरे इलाकों को जोड़ती है।