नई दिल्ली। दुनिया भर में चर्चाओं को जन्म देने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) खुद इस समय चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जब से दुनिया के सबसे अमरी शख्स एलन मस्क (Elon Musk) ने इस सोशल मीडिया कंपनी को खरीदने की पेशकश की है तब से ट्विटर का बोर्ड भी हरकत में आ गया है। आरोप लग रहा है कि मस्क जबरन Twitter को हथियाना चाहते हैं।
मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए 43 अरब डॉलर की भारीभरकम पेशकश की है। साथ ही धमकी भी दी है कि अगर उनके इस ऑफर को ठुकराया जाता है तो वह ट्विटर में अपने निवेश पर नए सिरे से विचार करेंगे।
एक यूजर के पोस्ट के जबाव में ट्वीट किया, 'अगर मेरी बोली सफल रही तो बोर्ड की सैलरी जीरो हो जाएगी। इस तरह हर साल 30 लाख डॉलर की बचत होगी।'
मस्क के पास अभी ट्विटर की 9.1 फीसदी हिस्सेदारी है और वह इस सोशल मीडिया कंपनी के दूसरे सबसे बड़े शेयरहोल्डर हैं। पिछले हफ्ते मस्क ने ट्विटर में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 43 अरब डॉलर की पेशकश की थी।
क्या है पॉइजन पिल
मस्क की बोली से बचने के लिए ट्विटर के बोर्ड ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पॉइजन पिल प्रावधान लागू करने की घोषणा की थी। पॉइजन पिल कंपनियों को जबरन टेकओवर से बचाने की एक व्यवस्था है। अगर मस्क या कोई अन्य निवेशक 15 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी लेता है तो यह प्रावधान लागू हो जाएगा। ट्विटर ने एक बयान में कहा कि राइट्स प्लान से किसी भी कंपनी, व्यक्ति और ग्रुप के ओपन मार्केट से शेयर खरीदकर ट्विटर कर कब्जा करने की संभावना कम हो जाएगी।
मस्क की ट्विटर में क्यों है दिलचस्पी
मस्क ने एक अप्रैल को ट्विटर में हिस्सेदारी खरीदने का खुलासा किया था। तब से ही ट्विटर और मस्क में जबरदस्त खींचतान चल रही है। मस्क ट्विटर की ताकत को समझते हैं और अपनी बात कहने के लिए इसका खूब इस्तेमाल करते हैं। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके 8.1 करोड़ फॉलोअर्स हैं। ट्विटर ने दावा किया था कि मस्क उसके बोर्ड में शामिल होंगे। लेकिन मस्क ने इस ऑफर को ठुकरा दिया था।