Highlights
- मस्क ने Twitter का खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील रद्द करने की घोषणा कर दी है
- मस्क ने कहा फेक या नकली ट्विटर अकाउंट्स से जुड़ा डेटा मुहैया कराने में नाकाम रही
- मस्क के मुताबिक ट्विटर के 22.9 करोड़ खातों में कम से कम 20 प्रतिशत फर्जी हैं
Elon Musk ends Twitter Deal: टेस्ला के CEO और दुनिया के सबसे अमीर इंसान अपने चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं। अप्रैल में मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदने की बात कह सभी को हैरान कर दिया था। लेकिन अब जुलाई में मस्क ने डील रद्द करने की घोषणा कर दी है। मजे की बात यह है कि ट्विटर डील कैंसिल करने की घोषणा भी उन्होंने ट्विटर पर ही दी।
क्या है डील रद्द होने का 'गंदा सच'
इस डील को खत्म करते समय मस्क ने इसका कारण भी बताया। मस्क ने ट्विटर पर लिखा कि यह सोशल मीडिया कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद फेक या नकली ट्विटर अकाउंट्स से जुड़ा डेटा मुहैया कराने में नाकाम रही है। बता दें कि मस्क डील शुरू होने के एक महीने बाद ही 17 मई को फेक अकाउंट के चलते डील रद्द करने की बाह कह चुके थे। मस्क ने अनुमान जताया कि ट्विटर के 22.9 करोड़ खातों में कम से कम 20 प्रतिशत फर्जी हैं। इस फर्जीवाड़े को मस्क ने प्रतिष्ठित फर्म के लिए शर्मनाक माना था।
मस्क ने कहा था
ट्विटर को खरीदने का उनका सौदा तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक कि कंपनी सार्वजनिक रूप से इस बात के सबूत नहीं दिखाती है कि उसके मंच पर फर्जी या स्पैम खाते पांच प्रतिशत से कम हैं।
मस्क ने जताई थी 20 प्रतिशत फर्जी खातों की आशंका
मस्क ने मई में ट्वीट कर कहा था, ‘‘20 प्रतिशत फर्जी/ स्पैम खाते, जो ट्विटर के दावे से चार गुना हो सकते हैं, काफी अधिक हो सकते हैं। मेरी पेशकश ट्विटर के एसईसी फाइलिंग के सही होने पर आधारित थी। ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने सार्वजनिक रूप से पांच प्रतिशत का सबूत दिखाने से इनकार कर दिया। यह सौदा तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक वह ऐसा नहीं करते।’’
अब ट्विटर क्या करेगा
मस्क के ट्वीट के बाद ट्विटर बोर्ड के चेयरमैन ब्रेट टायलो का बयान आया है, उन्होंने कहा है कि समझौते को लागू कराने के लिए हम कोर्ट जाएंगे। समझौते में एक ऐसा प्रावधान शामिल है, जो मस्क को डील पूरा करने के लिए मजबूर कर सकता है। इसका मतलब यह है कि अब मस्क और ट्विटर के बीच लंबी कानूनी लड़ाई खिंच सकती है।
मस्क को महगा पड़ सकता है डील तोड़ना
ट्विटर और मस्क के बीच हुए खरीद समझौते के मुताबिक, अगर डील कैंसिल की जाती है, तो इस स्थिति में शर्तों के तहत मस्क को 1 अरब डॉलर की ब्रेक-अप फीस देनी होगी, लेकिन मस्क केवल ब्रेक-अप फीस देकर बच नहीं सकते। ऐसे में ट्विटर डील एक तरह से मस्क के गले की फांस बन चुकी है। लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए मस्क के इस डील में वापस लौटने की संभावना नहीं है। हालांकि मस्क के ट्वीट से नुकसान कंपनी के निवेशकों को ही हुआ है। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में कंपनी का शेयर 6 प्रतिशत टूट गया।