दुनिया में आर्थिक सुस्ती के बीच भारत ने जीडीपी ग्रोथ में जोरदार धमाका किया है। देश की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी रेट) चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 प्रतिशत दर्ज की गई है। सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों में मैनुफैक्चरिंग, खनन और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था ने यह शानदार प्रदर्शन किया है। भाषा की खबर के मुताबिक, बीते गुरुवार शाम को जारी जीडीपी के इस आंकड़े को लेकर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन ने अनुमान लगाने वाले विशेषज्ञों को एक बार फिर चौंकाया है।
सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर वाला देश बना हुआ है भारत
खबर के मुताबिक, आधिकारिक आंकड़ों में कहा गया है कि भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाला देश बना हुआ है। चीन की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर इस जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.9 प्रतिशत रही। बता दें, जीडीपी का मतलब देश में निश्चित अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है। जीडीपी के आंकड़े पर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर किए एक पोस्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े वैश्विक स्तर पर परीक्षा की घड़ी में भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। हम अधिक अवसर पैदा करने, गरीबी के तेजी से उन्मूलन और हमारे लोगों के लिए जीवन को और सुविधाजनक बनाने के लिए तेजी से वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं में जीवीए वृद्धि दर 6%
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, कृषि क्षेत्र में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रही जो 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 2.5 प्रतिशत थी। मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में जीवीए वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13.9 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं में जीवीए वृद्धि दर छह प्रतिशत रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 7.1 प्रतिशत थी। आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन तिमाही में खनन और उत्खनन में जीवीए बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया, जबकि एक साल पहले इसमें 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
आर्थिक वृद्धि की रफ्तार दिसंबर तिमाही में भी जारी रहेगी
बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य जन केंद्रित सेवाओं की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत से बढ़कर 10.1 प्रतिशत हो गई। निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर दूसरी तिमाही में बढ़कर 13.3 फीसदी रही। एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में यह 5.7 प्रतिशत थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत पर बरकरार रही। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि आर्थिक वृद्धि की रफ्तार दिसंबर तिमाही में भी जारी रहेगी और भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में आराम से 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर लेगी।