ई-कॉमर्स कारोबार में फिलहाल कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। घटती सेल और बढ़ते खर्चों पर काबू पाने के लिए अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियां लगातार कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। वहीं अब छोटी कंपनियों ने भी खर्च घटाने के इस सबसे आसान तरीके को अपनाना शुरू कर दिया है। ताजा खबर देसी ईकॉमर्स ब्रांड मीशो और शॉपिफाई की ओर से आई है। मीशो ने अपने 250 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, वहीं शॉपिफाइ अपने 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है।
मीशो ईसॉप्स देकर करेगी कर्मचारियों को विदा
ई-कॉमर्स कंपनी मीशो ने लागत में कटौती और मुनाफा हासिल करने के लिए 15 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की है। मीशो के फाउंडर और सीईओ विदित आत्रे ने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर बताया कि जिन कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है उन्हें नोटिस अवधि के साथ ही एक महीने का अतिरिक्त भुगतान मिलेगा। इसके अलावा उन्हें ईसॉप्स का लाभ भी मिलेगा। ईसॉप्स के तहत कंपनियां अपने कर्मचारियों को कुछ शेयर देती हैं। आत्रे ने कहा कि कंपनी ने 2020 से 2022 तक 10 गुना ग्रोथ की, हालांकि बीते दिनों चुनौतियां तेजी से बढ़ी हैं। कंपनी लागत को काबू में रखने पर खासतौर से जोर दे रही है।
शॉपिफाइ ने 20% कर्मचारी निकाले
मीशो के अलावा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म शॉपिफाई ने अपने 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है। इसके तहत कंपनी के 2,000 से अधिक लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। कंपनी ने यह भी घोषणा की कि अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निगम फ्लेक्सपोर्ट शॉपिफाई लॉजिस्टिक्स खरीदेगा। प्रभावित कर्मचारियों को शॉपिफाई अतिरिक्त वेतन का भुगतान करेगा। कंपनी ने पिछले साल भी 10 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाला था। जिसके तहत 1000 कर्मचारियों की छंटनी हुई थी। बता दें कि 2016 में शॉपिफाई के पास सिर्फ 1900 कर्मचारी थे, जिनकी संख्या 2021 तक बढ़कर 10000 के पार निकल गई थी।