आप हवाई सफर करते हैं। जाहिर है आपकी फ्लाइट की कमान उसके पायलट के पास है। लेकिन जरा कल्पना कीजिए कि अगर उस पायलट ने शराब पी रखी हो तो फिर क्या हो सकता है? खैर ऐसा कुछ होने की गुंजाइश न के बराबर है। लेकिन यह खबर आपको चौंका सकती है। सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए (DGCA) ने अपने एक लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा है कि शराब पीकर ऑन ड्यूटी (Drunk pilots on duty) आने वाले पायलटों की संख्या में जोरजार तेजी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, कैलेंडर ईयर के शुरुआती छह महीने में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस रुझान में बड़ा उछाल आया है। इस दौरान इसमें 136 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
136% की जोरदार तेजी
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 के पहले छह महीनों में डीजीसीए ने टेक्ट में सिर्फ 14 पायलट और 54 केबिन क्रू मेंबर को ऑन ड्यूटी नशे में पाया था, लेकिन इस साल यानी 2023 में इन आकड़ों में जोरदार इजाफा हुआ है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, इस साल इस दौरान 54 पायलट और 97 केबिन क्रू मेंबर्स को ड्रिंक टेस्ट (ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट) में पॉजिटिव (Drunk cabin crew) पाया गया। ये टेस्ट में फेल पाए गए। एनालिसिस से पता चला कि सालाना आधार पर टेस्ट में फेल केबिन क्रू मेंबर में 79.6 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि ड्रिंक लिए पायलट्स में इसी आधार पर 135.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो...
डीजीसीए (DGCA) के नियमों के मुताबिक, किसी भी फ्लाइट के डिपार्चर से पहले उसके पायलट और केबिन क्रू मेंबर्स को ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट से होकर गुजरना होता है। इसी तरह, जब कोई फ्लाइट विदेश से भारत आती है तो उसके भी पायलट और केबिन क्रू (Drunk cabin crew) का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट किया जाता है। यह टेस्ट एयरलाइन के डॉक्टर करते हैं। अगर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें 24 घंटों के भीतर डीजीसीए को सौंप दिया जाता है।
होती है कड़ी कार्रवाई
नियम के मुताबिक, अगर पहली बार कोई पायलट या केबिन क्रू मेंबर ऑन ड्यूटी (Drunk pilots on duty) ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट में पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है। यही अगर दूसरी बार टेस्ट में पॉजिटिव आते हैं तो लाइसेंस तीन साल के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है। अगर तीसरी बार भी पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उनका लाइसेंस स्थायी तौर पर वापस ले लिए जाता है।