देशभर में घरेलू हवाई यात्रियों का जोश जारी है। जुलाई 2024 में भारतीय एयरलाइन कंपनियों ने जुलाई में 1.29 करोड़ से ज्यादा यात्रियों को डेस्टिनेशन तक पहुंचाया, जो सालाना आधार पर 7.3 प्रतिशत से ज्यादा की ग्रोथ है। सोमवार को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में हवाई यातायात इस साल जून की तुलना में कम था, जब 1.32 करोड़ यात्रियों ने उड़ान भरी थी। इंडिगो ने घरेलू हवाई यातायात क्षेत्र पर अपना दबदबा जारी रखा और जुलाई में इसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 62 प्रतिशत हो गई। दूसरी ओर एयर इंडिया की हिस्सेदारी घटकर 14.3 प्रतिशत रह गई।
सात महीने में घरेलू हवाई यात्री यातायात
डीजीसीए के मुताबिक, जनवरी-जुलाई में घरेलू हवाई यात्री यातायात 4.7 प्रतिशत बढ़कर 9.23 करोड़ से अधिक हो गया। सात महीने की समीक्षाधीन अवधि के दौरान, बजट एयरलाइन इंडिगो ने 5.61 करोड़ से अधिक यात्रियों को यात्रा कराई, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 60.8 प्रतिशत रही। इसके बाद टाटा समूह द्वारा संचालित एयर इंडिया ने 1.25 करोड़ यात्रियों को यात्रा कराई, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 13.6 प्रतिशत रही। विस्तारा ने 9.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी दर्ज कराई, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 89 लाख रही।
इन एयरलाइन की हिस्सेदारी घटी
खबर के मुताबिक, डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने विस्तारा की घरेलू बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई। एआईएक्स कनेक्ट और स्पाइसजेट की हिस्सेदारी घटकर क्रमशः 4.5 प्रतिशत और 3.1 प्रतिशत रह गई। इसके अलावा, अकासा एयर और अलायंस एयर की हिस्सेदारी क्रमशः 4.7 प्रतिशत और 0.9 प्रतिशत तक गिर गई। डीजीसीए ने कहा कि जनवरी-जुलाई, 2024 के दौरान घरेलू एयरलाइंस ने 923.35 लाख लोगों को यात्रा कराई, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 881.94 लाख था। इस तरह यात्रियों की संख्या में 4.70 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि और 7.33 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर्ज की गई।
भारत में हवाई यात्री यातायात
एक अनुमान के मुताबिक, भारत का घरेलू हवाई यात्री यातायात साल 2030 तक 300 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। साल 2023 में 153 मिलियन से लगभग दोगुना था। इसी साल कहा गया था कि पिछले 65 सालों में 74 हवाई अड्डों की तुलना में, सरकार ने पिछले 10 सालों में 75 एयरपोर्ट, वाटरड्रोम और हेलीपोर्ट को या तो आधुनिक बनाया है या जोड़ा है। यह साल 2030 तक यह संख्या 200 से ऊपर होने की उम्मीद है।