आर्थिक तंगी से गुजर रहे पाकिस्तान की सरकार एक बार फिर अपने लोगों पर महंगाई बम फोड़ने की तैयारी कर रही है। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों का हवाला देते हुए नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार पेट्रोल की कीमतों में 10-14 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी करने जा रही है। इससे पहले से ही आसमान छूती महंगाई से त्रस्त जनता पर और बोझ पड़ेगा।
’द न्यूज इंटरनेशनल’ ने उद्योग जगत के सूत्रों के हवाले से पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने की आशंका जताई है। इसके मुताबिक, “संघीय सरकार वैश्विक बाजारों में बढ़ती तेल कीमतों का हवाला देते हुए पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढा सकती है।” पाकिस्तान सरकार हर 15 दिनों में पेट्रोलियम कीमतों की समीक्षा करती है। पिछली समीक्षा के विपरीत यदि सरकार विनिमय दर घाटे को भी समायोजित करती है तो यह बढ़ोत्तरी 14 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है।
286 रुपये पहुंचेंगे तेल के दाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछली बार सरकार ने डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये के कमजोर होने का बोझ जनता पर नहीं डाला था। पाकिस्तान में पेट्रोल की तेल डिपो पर मौजूदा कीमत 272 रुपये प्रति लीटर है। अगर सरकार ने तेल की वैश्विक मूल्य वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर डाला तो यह कीमत 286.77 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है।
डीजल की कीमतों में राहत के आसार
एक ओर जहां पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम लोगों की जेबों को झुलसा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस बार डीजल की कीमतों में राहत की संभावना दिख रही है। अगर सरकार विनिमय दर घाटे को समायोजित नहीं करती है तो डीजल की कीमत में 15 रुपये प्रति लीटर तक की गिरावट हो सकती है। सरकार पेट्रोल पर शून्य सामान्य बिक्री कर के साथ 50 रुपये प्रति लीटर का उपकर भी लगाती है। हालांकि हाई-स्पीड डीजल के दाम में कोई बदलाव होने की संभावना कम है।