संकटग्रस्त अडानी समूह का समर्थन करते हुए साख निर्धारण करने वाली क्रिसिल रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि समूह के पास ऋण दायित्वों तथा प्रतिबद्ध पूंजीगत व्यय को पूरा करने के लिए पर्याप्त नगदी और परिचालन नकदी प्रवाह है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि समूह के संस्थापक चेयरमैन गौतम अडानी पर अमेरिका में अभियोग चलाए जाने के बाद ऋणदाताओं और निवेशकों की ओर से अभी तक कोई नकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। क्रिसिल ने अपने बुलेटिन में कहा कि अडानी समूह के पास वित्तीय बाजारों में विकास तथा भविष्य की पूंजी उपलब्धता के आधार पर विवेकाधीन पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) को कम करने की गुंजाइश है। उसके पास बेहतर कर पूर्व आय (एबिटा) और नकदी संतुलन है जो परिचालन को बनाए रखने के लिए बाह्य ऋण पर उसकी निर्भरता को कम करता है।
क्या है मामला
अमेरिका के न्याय मंत्रालय और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (SEC) ने न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले की अमेरिकी जिला अदालत में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के प्रमुख पदाधिकारियों गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत जैन के खिलाफ 20 नवंबर 2024 को अभियोग जारी किया और एक दीवानी शिकायत की थी। ये आरोप प्रतिभूति धोखाधड़ी, वायर धोखाधड़ी और एसईसी दिशानिर्देशों के उल्लंघन से संबंधित हैं, जिसके कारण एजीईएल के बांड पेशकश दस्तावेजों में रिश्वत रोधी और भ्रष्टाचार रोधी नीतियों के संबंध में झूठे तथा भ्रामक बयान दिए गए।
क्रिसिल ने क्या कहा?
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘क्रिसिल रेटिंग्स ने इन घटनाक्रमों और समूह की वित्तीय मजबूती पर उनके संभावित प्रभाव पर गौर किया। गौर की गई बातों में समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट, बांड यील्ड में उतार-चढ़ाव और एजीईएल की 60 करोड़ अमेरिकी डॉलर की बांड पेशकश को रद्द करना शामिल है।’’ एजेंसी अडानी समूह की बुनियादी संरचना तथा प्रमुख (होल्डिंग) इकाइयों की भी साख (रेटिंग) निर्धारित करती है। क्रिसिल ने कहा, ‘‘ये ‘रेटिंग’ मुख्य रूप से उनके व्यवसाय तथा वित्तीय जोखिम की मजबूती पर निर्भर होती हैं। वे अन्य बातों के साथ-साथ, नकदी प्रवाह की स्थिरता, लंबी रियायत अवधि वाली परिसंपत्तियों की बुनियादी संरचना प्रकृति और नकदी प्रवाह की सीमा को ध्यान में रखते हैं।’’
ऋणदाताओं ने नहीं लिया निगेटिव एक्शन
एजेंसी ने कहा, ‘‘अडानी समूह ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 82,917 करोड़ रुपये का स्वस्थ कर पूर्व आय (एबिटा) होने की सूचना दी, जिसमें शुद्ध ऋण-से-एबिटा अनुपात 2.19 गुना था।’’ प्रबंधन और चुनिंदा ऋणदाताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर एजेंसी ने कहा, ‘‘क्रिसिल रेटिंग्स को पता है कि इन घटनाक्रमों के बाद भी ऋणदाताओं/निवेशकों की ओर से अभी तक कोई नकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है।’’ बयान में कहा गया, ‘‘इसके अलावा हम समझते हैं कि अडानी समूह के पास वित्तीय बाजारों में वृद्धि और भविष्य की पूंजी उपलब्धता के आधार पर विवेकाधीन पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) को कम करने की गुंजाइश है।’’ क्रिसिल ने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है और अडानी समूह के पास निकट भविष्य में ऋण दायित्व और प्रतिबद्ध पूंजीगत व्यय योजनाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नगदी और परिचालन नकदी प्रवाह है।