दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में शुमार क्रेडिट सुइस के लिए बीते दो दिन बहुत उठापटक भरे रहे। अमेरिका के दो बैंकों के बैठ जाने के बाद बुधवार को क्रेडिट सुइस के शेयर 25 प्रतिशत तक टूट गए। इसका असर यूरोप के बाजारों में भी देखने को मिला। हालांकि अगले दिन आई एक राहत भरी खबर ने निवेशकों का भरोसा फिर से इस दिग्गज बैंक में लौटा दिया। और बैंक का शेयर एक बार फिर से 30 प्रतिशत चढ़ गया।
बैंक को यह खबर स्विट्जरलैंड के सेंट्रल बैंक से मिली थी। क्रेडिट सुइस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने शेयरों के गिरने के बाद स्विस सेंट्रल बैंक (केंद्रीय बैंक) से 54 अरब डॉलर तक का कर्ज लेगा। क्रेडिट सुइस ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए यह फैसला किया है। क्रेडिट सुइस ने कहा कि वह स्विस सेंट्रल बैंक से 50 अरब फ्रैंक (53.7 अरब अमेरिकी डॉलर) तक कर्ज लेने के विकल्प का इस्तेमाल करेगा।
बैंक ने कहा, ‘‘यह अतिरिक्त नकदी क्रेडिट सुइस के मुख्य कारोबार और ग्राहकों का समर्थन करेगी। ग्राहकों की जरूरतों के लिए बैंक को सरल और अधिक केंद्रित व्यवस्था वाला बनाया जा रहा है।’’ इस घोषणा के बाद क्रेडिट सुइस के शेयर बृहस्पतिवार को करीब 30 प्रतिशत चढ़ गए। अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के हालिया पतन के बाद क्रेडिट सुइस के शेयरों में बुधवार को करीब 25 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
क्या है क्रेडिट सुइस संकट?
- क्रेडिट सुइस संकट की शुरुआत उस वक्त हुई, जब उसकी एनुवल रिपोर्ट सामने आई। इस वार्षिक रिपोर्ट में इंटरनल ऑडिट के आधार पर मटेरियल वीकनेसिस की पहचान की गई । इतना ही नहीं पिछले साल क्रेडिट सुइस को भारी नुकसान हुआ।
- क्रेडिट सुइस को साल 2022 में 7.3 अरब स्विस फ्रैंक का घाटा हुआ। इस रिपोर्ट के आने के बाद बैंक के जमाकर्ताओं ने पैसा निकालना शुरू कर दिया।
- इसमें आग की तरह घी डालने का काम किया बैंक के सबसे बड़े निवेशक ने। बुधवार को बैंक के सबसे बड़े निवेशक सऊदी नेशनल बैंक (Saudi National Bank) ने कहा कि वो अब बैंक में अतिरिक्त लिक्विडिटी नहीं देंगे।
- सऊदी बैंक ने क्रेडिट सुइस में और निवेश करने से इंकार कर दिया। आपको बता दें कि क्रेडिट सुइस में सऊदी बैंक का 9.9 फीसदी का शेयर है। इस खबर के आने के बाद क्रेडिट सुईस के शेयर गिरने लगे। एक झटके में इसके शेयर 25 फीसदी तक गिर गए।