CPI Inflation October 2023: महंगाई के मोर्चे पर देश के लोगों के लिए खुशखबरी है। अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 4.87 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो कि महंगाई का चार महीने का सबसे निचले स्तर हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों में ये बात सामने आई। इससे पहले सितंबर में सब्जियों और एलपीजी की कीमत कम होने के कारण खुदरा महंगाई दर 5.02 प्रतिशत तक लुढ़क गई थी। वहीं, जून 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.81 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई थी।
किन-किन चीजों पर घटी महंगाई?
अनाज पर महंगाई दर अक्टूबर (Retail Inflation Rate in October 2023) में घटकर 10.65 प्रतिशत पर आ गई है जो कि सितंबर में 11 प्रतिशत थी। अक्टूबर में मांस और मछली पर महंगाई दर 3.3 प्रतिशत रही है जो कि सितंबर में 4.1 प्रतिशत थी। दूध पर महंगाई दर 6.9 प्रतिशत से कम होकर अक्टूबर में 6.44 प्रतिशत पर आ गई है। इसके अलावा मसालों पर भी महंगाई दर में गिरावट देखी गई है।
खद्याय वस्तुओं पर महंगाई की दर अक्टूबर में बढ़कर 6.61 प्रतिशत पर पहुंच गई है जो कि सितंबर में 5.51 प्रतिशत थी। वहीं, दालों में महंगाई बढ़कर अक्टूबर में 18.79 प्रतिशत हो गई है। वहीं, अक्टूबर में
ईंधन पर महंगाई दर -0.39 प्रतिशत और ऑयल एवं फैट पर महंगाई दर -13.73 प्रतिशत रही है।
RBI का महंगाई दर पर अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अक्टूबर बैठक में चालू वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। यह 2022-23 के 6.7 प्रतिशत के मुकाबले कम है। सरकार ने आरबीआई को खुदरा महंगाई दर दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है। केंद्रीय बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है।