कोरोना महामारी दुनियाभर के लोगों के लिए अभिशाप से कम नहीं रहा है। इस महामारी से दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो गई। हालांकि, यह दुनियाभर के अमीरों के लिए वरदान भी साबित हुआ है। ऑक्सफैम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 महामारी के दौरान हर 30 घंटे में दुनिया में एक नया अरबपति बने। वहीं, दूसरी ओर हर 33 घंटे में लगभग 10 लाख लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए। रिपोर्ट के अनुसार,जरूरी सामानों की तेजी से बढ़ती कीमतें ने खाद्य और ऊर्जा क्षेत्रों के अरबपतियों के लिए अवसर बन गया। वे इस आपदा को अवसर में बदलते हुए की अपनी संपत्ति को दो दिन में एक अरब डॉलर की वृद्धि कर रहे हैं।
दुनिया में 573 नए अरबपति बने
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के दौरान हर 30 घंटे में एक की दर से 573 लोग नए अरबपति बने। वहीं, ऑक्सफैम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल हर 33 घंटे में एक मिलियन (10 लाख) लोगों की दर से 263 मिलियन और लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक,दुनिया भर में न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक आम लोग आटा, खाना पकाने का तेल, ईंधन, बिजली की कीमतों से परेशान हैं। बावजूद इसके महामारी के पहले 24 महीनों में अरबपतियों की संपत्ति 23 वर्षों की तुलना में अधिक बढ़ी है।
महंगाई बनी अरबपतियों के लिए वरदान
ऑक्सफैम के अनुसार, आसमान छूती महंगाई दुनियाभर के अमीरों के लिए वदान बन गई है। इससे उनकी संपत्ति तेजी से बढ़ी है। वहीं, गरीब और गरीब हुआ है। कोरोना महामारी के कारण दुनिया के 99 फीसदी लोगों की कमाई में गिरावट आई है। अकेले 2021 में ही 12.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरियां चली गईं। 2021 में सबसे गरीब 40 फीसदी लोगों की कमाई में गिरावट आ गई।