Highlights
- उपभोक्ता सामान बनाने वाली यूनिलीवर ने मंगलवार को कंपनी में व्यापक स्तर पर पुनर्गठन की घोषणा की
- कंपनी ने पुनर्गठन के तहत दुनिया भर में 1,500 नौकरियां कम करने की पुष्टि की है।
- कंपनी के दुनियाभर में कर्मचारियों की संख्या 1,49,000 है, इसमें 6,000 ब्रिटेन और आयरलैंड में हैं
लंदन। साबुन तेल टूथपेस्ट जैसे उपभोक्ता सामान बनाने वाली यूनिलीवर ने मंगलवार को कंपनी में व्यापक स्तर पर पुनर्गठन की घोषणा की। इसके तहत कंपनी ने वैश्विक परिचालन से 1,500 कर्मचारियों को हटाने की योजना बनायी है। कंपनी के बयान के अनुसार, संजीव मेहता अनुषंगी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर के कार्यकारी प्रमुख बने रहेंगे, जबकि यूनिलीवर के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) नितिन परांजपे मुख्य बदलाव अधिकारी और मुख्य लोक अधिकारी के रूप में नई भूमिका निभाएंगे।
इस नई भूमिका में वह व्यापार में बदलाव का नेतृत्व करेंगे और मानव संसाधन से जुड़े कार्यों को देखेंगे। कंपनी ने कहा कि सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल इकाई के अध्यक्ष सनी जैन ने ‘प्रौद्योगिकी मेगाट्रेंड्स में निवेश कोष’ स्थापित करने के लिए यूनिलीवर को छोड़ने का फैसला किया है।
इन पांच सेक्टर पर होगा फोकस
यूनिलीवर ने कहा कि यह पुनर्गठन कंपनी के अपने मौजूदा ढांचे में बदलाव का हिस्सा है। कंपनी का कारोबार अब पांच अलग-अलग कारोबारी समूह-सौंदर्य और देखभाल, पर्सनल केयर, होम केयर, पोषण और आइसक्रीम में केंद्रित होगा। प्रत्येक व्यवसाय समूह विश्व स्तर पर अपनी रणनीति, विकास और लाभ वितरण के लिए पूरी तरह जिम्मेदार और जवाबदेह होगा।
1500 लोगों की जाएगी नौकरी
कंपनी ने पुनर्गठन के तहत दुनिया भर में 1,500 नौकरियां कम करने की पुष्टि की है। यह कटौती वरिष्ठ प्रबंधन स्तर से लेकर कनिष्ठ स्तर पर होगी। कंपनी के दुनियाभर में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या 1,49,000 है। इसमें से 6,000 ब्रिटेन और आयरलैंड में हैं। यूनिलीवर ने यह नहीं बताया कि नौकरी में कटौती कहां की जाएगी। इस कदम को शेयरधारकों की चिंता की प्रतिक्रिया स्वरूप देखा जा रहा है।
शेयरधारकों ने जताई चिंता
शेयरधारकों ने कंपनी के प्रदर्शन और ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन के ग्राहक स्वास्थ्य देखभाल इकाई के अधिग्रहण में विफल रहने को लेकर चिंता जतायी थी। इस बीच, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने कहा कि भारत उसकी मूल कंपनी के लिये तीन प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है। पुनर्गठन के बारे में पूछे जाने पर एचयूएल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भारतीय परिचालन में अगर कोई बदलाव होता है, उसकी जानकारी उपयुक्त समय पर दी जाएगी।’’