वाहन कलपुर्जा उद्योग को चालू वित्त वर्ष में दो अंकीय वृद्धि की उम्मीद है। उद्योग ने वित्त वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक कारोबार दर्ज किया था। वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) के अनुसार, इस क्षेत्र ने पिछले वित्त वर्ष में 4.2 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया, जो 2020-21 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान यात्री और वाणिज्यिक वाहनों के उत्पादन में क्रमशरू 20 प्रतिशत और 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वाहनों की बिक्री मांग बढ़ने और आपूर्ति पक्ष की बाधाएं कम होने से बढ़ीं। घरेलू बाजार में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) की वाहन कलपुर्जा बिक्री बीते वित्त वर्ष में 3.41 लाख करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है।
बिक्री के दो अंक में बढ़ने की उम्मीद
इसी तरह वाहन कलपुर्जा निर्यात 2021-22 में 43 प्रतिशत बढ़कर 1.41 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़ा 2020-21 में 0.98 लाख करोड़ रुपये था। एसीएमए के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भी बिक्री के दो अंक में बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर वृद्धि का रुझान जारी रहता है, तो हमारे पास यह सोचने का कोई कारण नहीं है कि ऐसा नहीं होगा।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमारे अनुसार सबकुछ सही दिशा में है। मांग अच्छी है, विनिर्माण मजबूत दिख रहा है। यदि कुछ ऐसा नहीं हुआ, जो हमारे नियंत्रण में नहीं है, जैसे महामारी, लॉकडाउन या वैश्विक मंदी, तो सबकुछ सही दिशा में है।’’
बिक्री महामारी से पहले के स्तर पर आ गया
कपूर ने कहा कि क्षेत्र बिक्री के मामले में महामारी से पहले के स्तर पर आ गया है और वृद्धि का अगला चरण नए मंचों से आने की उम्मीद है। उन्होंने आने वाले दिनों में दोपहिया और वाणिज्यिक वाहन खंड में तेजी का अनुमान जताया।