भारतीय शेयर बाजार और कंपनियों के मार्केट कैप ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। सेंसेक्स 895.73 अंक की शानदार उछाल के साथ 70,469.11 अंक पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, एनएसई 249.05 अंक चढ़कर 21,175.40 अंक पर पहुंच गया है। ये दोनों इंडेक्स का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। शेयर बाजार में आई इस शानदार तेजी से भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप भी ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। आपको बता दें कि पहली बार बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) बढ़कर 3,54,96,298 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं सेंसेक्स के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने से निवेशकों की संपत्ति बढ़कर 3.22 लाख करोड़ रुपये हो गई। अगर दिसंबर महीने की बात करें तो अब तक 9 दिन बाजार खुला है। इसमें निवेशकों की संपत्ति 13 लाख करोड़ से अधिक बढ़ गई है।
इस कारण भारतीय बाजार में शानदार तेजी
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी प्रमुख ब्याज दर को थथावत रखने के बाद वैश्विक बाजारों में तेजी आई। बैंक ने अगले साल ब्याज दर में तीन चौथाई अंकों की कटौती का संकेत भी दिया है। बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स 955.4 अंक उछलकर 70,540 के अपने सर्वकालिक शिखर पर पहुंच गया। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 3,54,96,298 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। इसके चलते आज निवेशकों की संपत्ति बढ़कर 3,22,385.27 करोड़ रुपये हो गई, जो बुधवार को 3,51,19,231.91 करोड़ रुपये थी।
इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों की बंपर कमाई
सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे। पावर ग्रिड, नेस्ले, एशियन पेंट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर नुकसान में रहे। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में रहे, जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,710.86 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
आईटी शेयरों का सबसे ज्यादा योगदान
जोरदार रैली में आईटी शेयरों का सबसे ज्यादा योगदान रहा। आईटी इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा ऊपर हैं। एमफैसिस 6 फीसदी ऊपर है, कोफोर्ज 5 फीसदी, एलटीआईएम 3 फीसदी, टेक महिंद्रा 3 फीसदी और एचसीएल टेक 3 फीसदी ऊपर है। रियल एस्टेट इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा ऊपर है। ब्रिगेड 4 फीसदी, फीनिक्स 4 फीसदी, गोदरेज प्रॉपर्टीज 4 फीसदी ऊपर है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि फेड बुधवार के स्पष्ट नरम संदेश ने भारत में रैली के लिए एक मंच तैयार कर दिया है, और यह आम चुनाव से पहले बाज़ार को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है। बुधवार को फेड के संदेश का निष्कर्ष यह है कि सख्ती का चक्र खत्म हो गया है और 2024 में दरों में कटौती संभव है। अमेरिका में 10-वर्षीय यील्ड में 4 प्रतिशत की गिरावट से भारत में पूंजी प्रवाह को बढ़ावा मिलेगा। सबसे ज्यादा फायदा लार्ज कैप को होगा। आईटी में भी खरीदारी आकर्षित होने की संभावना है।