कोल इंडिया (सीआईएल) में सरकार की तीन प्रतिशत तक हिस्सेदारी बिक्री के लिए लाई गई बिक्री पेशकश (ओएफएस) में संस्थागत निवेशकों के हिस्से को बृहस्पतिवार दोपहर तक निर्धारित से अधिक अभिदान मिल गया है। दोपहर 1:20 बजे तक संस्थागत निवेशकों के लिए रखे गए कुल 8.31 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 8.74 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं। बोलियां बाजार बंद होऩे तक जारी रहेंगी। दो दिन की बिक्री पेशकश में सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनी में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी या 18.48 करोड़ शेयर 225 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेच रही है। इसमें अधिक अभिदान की स्थिति में 1.5 प्रतिशत का ग्रीन-शू विकल्प भी है। खुदरा निवेशकों के लिए बोलियां शुक्रवार को खुलेंगी। बीएसई में कोल इंडिया का शेयर 4.81 प्रतिशत के नुकसान से 229.60 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
कंपनी में तीन प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला
सरकार ने कोल इंडिया में तीन प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है। यह हिस्सेदारी एक जून से बिक्री पेशकश माध्यम से बेची जाएगी। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि बिक्री पेशकश (ओएफएस) खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों के लिए एक और दो जून को जारी रहेगी। कोल इंडिया ने कहा कि प्रस्ताव के तहत कंपनी के 9.24 करोड़ शेयर यानी 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेची जाएगी। इसके अलावा, अतिरिक्त बोली आने पर, इतनी ही बिक्री और करने का विकल्प रखा गया है। सूचना में कहा गया है, “बिक्रेता ने 10 रुपये अंकित मूल्य के 9,24,40,924 इक्विटी शेयर बेचने का प्रस्ताव दिया है। यह बिक्री खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों के लिये एक और दो जून को होगी। यह कुल चुकता शेयर पूंजी का 1.5 प्रतिशत है।’’ इसके अलावा, ज्यादा बोली आने पर इतने ही संख्या में और शेयर यानी 1.5 प्रतिशत और हिस्सेदारी बेचने का विकल्प रखा गया है।