Highlights
- ईकॉमर्स कंपनी अमेजन एक बार फिर गलत कारणों से चर्चा में है
- क्लाउडटेल और अप्पारियो पर प्रतियोगी कानून के उल्लंघन का आरोप
- CCI ने दोनों कंपनियों के दिल्ली और बेंगलुरू स्थित ठिकानों पर छापे मारे
Cloud over Cloudtail : ईकॉमर्स कंपनी अमेजन एक बार फिर गलत कारणों से चर्चा में है। अमेजन के दो प्रमुख सेलर्स क्लाउडटेल (Cloudtail) और अप्पारियो (Appario) पर प्रतियोगी कानून के उल्लंघन का आरोप लगा है। गुरुवार को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने दोनों कंपनियों के दिल्ली और बेंगलुरू स्थित ठिकानों पर छापे मारे हैं। अभी ये साफ नहीं है कि अमेजन सेलर्स ने कॉम्पिटिशन लॉ का किस तरह से उल्लंघन किया है।
बता दें कि अमेजन की इन दोनों सेलर्स में कंपनी की हिस्सेदारी है। क्लाउडटेल की मूल कंपनी ऑर्गेनाइजेशन प्रियोन बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड है। यह अमेजन और इंफोसिस के संस्थापक एन. नारायण मूर्ति की कंपनी केटामरन का जॉइंट वेंचर है। प्रियोन बिजनेस सर्विसेज की स्थापना 2014 में हुई थी। क्लाउडटेल Amazon.in पर अपना सामान बेचती है।
क्या है आरोप
क्लाउडटेल का विवादों से नाता शुरुआत से ही रहा है। अमेजन पर बिक्री करने वाले कुछ सेलर्स ने अमेजन पर क्लाउडटेल को तरजीह देने का आरोप लगाया है। इसके कारण क्लाउटेल की सेल ज्यादा हुई और अन्य सेलर्स को नुकसान हुआ।
कैट ने की थी शिकायत
छोटे कारोबारियों के संगठन कैट (CAIT)से जुड़ी एक संस्था दिल्ली व्यापार मंच ने सीसीआई से एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के एफडीआई नियमों को धता बताने और अपने प्लेटफॉर्म पर Cloudtail और Appario जैसी कंपनियों को तरजीह देने की शिकायत की थी। इसके बाद जनवरी 2020 में आयोग ने दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की थी।
अगले महीने कारोबार बंद करेगा क्लाउडटेल
पिछले साल अगस्त में अमेजन और केटामरन ने घोषणा की थी कि वे मई 2022 के बाद अपने जॉइंट वेंचर प्रियोन बिजनेस सर्विसेज को जारी नहीं रखेंगे। यानी क्लाउडटेल भी अपना सामान मई के बाद अमेजन की वेबसाइट पर नहीं बेचेगा।