सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (नागर विमानन मंत्रालय) ने आम एयर पैसेंजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट ऑपरेटर्स से बायोमेट्रिक मॉडल को अपनाने पर विचार करने को कहा है। अगर यह मॉडल अपनाया जाता है तो इससे एयर पैसेंजर्स को सफर करने में काफी सुविधा होगी। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक सलाहकार समूह के साथ बैठक के दौरान एयरपोर्ट ऑपरेटर्स से 'डिजी यात्रा' को बढ़ावा देने के लिए कहा।
बायोमेट्रिक मॉडल से होती है सुविधा
खबर के मुताबिक, आगामी फेस्टिवल्स को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट पर भीड़-भाड़ को रोकने के लिए इस पहल पर विचार करने को कहा गया है। बायोमेट्रिक मॉडल देश के बाहर कई एयरपोर्ट पर मौजूद है। यह चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी (एफआरटी) के आधार पर एयरपोर्ट पर अलग-अलग जांच बिंदुओं पर यात्रियों को संपर्क रहित, निर्बाध आवाजाही देता है। मौजूदा समय में डिजी यात्रा दिल्ली, मुंबई और वाराणसी सहित 13 एयरपोर्ट पर घरेलू यात्रियों के लिए उपलब्ध है।
डिजी यात्रा 25 दूसरे एयरपोर्ट पर भी उपलब्ध होगी
बता दें, पिछले साल दिसंबर में दिल्ली सहित कई एयरपोर्ट पर भारी भीड़भाड़ हो गई थी। इसके बाद ही मंत्रालय ने समस्या के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। खबर के मुताबिक, एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंगलवार को मीटिंग में एयरपोर्ट ऑपरेटर्स को दूसरे देशों में सफलतापूर्वक इस्तेमाल किए जा रहे बायोमेट्रिक एनेबल्ड मॉडल पेश करने का भी काम सौंपा गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि डिजी यात्रा सुविधा वर्ष 2024 में 25 दूसरे एयरपोर्ट पर उपलब्ध होगी।
सफर को आसान बनाने के हो रहे उपाय
मीटिंग में यह सुझाव भी आया कि प्रस्थान के साथ-साथ आगमन के समय भी इंटरनेशनल पैसेंजर एक्सेस के लिए डिजी यात्रा को इंटीग्रेटेड किया जाए। मंत्रालय ने कहा कि आगामी त्योहारी सत्र को देखते हुए एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ को रोकने पर जोर दिया है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि मंत्रालय इस दौरान यात्रियों को एक सहज और समय बचाने वाली यात्रा अनुभव देने के लिए सभी संभावित उपायों को लागू करने पर काम कर रहा है।