प्रमुख उद्योग मंडल सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि भारत ऐसे वक्त में प्रगति कर रहा है, जब दुनिया तनाव के दौर से गुजर रही है। उन्होंने शुक्रवार रात एक कार्यक्रम में कहा कि मौजूदा वक्त काफी दिलचस्प है। पुरी आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक भी हैं। पुरी ने कहा, ''सीआईआई के पास दशकों से बनी एक समृद्ध विरासत है। हम निश्चित रूप से अर्थव्यवस्था और उद्योग के विकास में योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे।'' उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त काफी दिलचस्प है, क्योंकि यह भारत का वक्त है। देश में कई नीतिगत हस्तक्षेप किए गए हैं और वैश्विक कारक हमें आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं। देश ऐसे समय में प्रगति कर रहा है, जब दुनिया तनाव में है। पुरी ने कहा कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं और यहां प्रतिभा का बड़ा भंडार है। उन्होंने कहा, ''जहां तक आपूर्ति श्रृंखला और डिजिटल परिवर्तन का सवाल है, दुनिया हमारी ओर देख रही है। भारत के पास जनसांख्यिकीय लाभांश भी है।'' उन्होंने कहा कि सेवा और विनिर्माण, दोनों क्षेत्रों में बड़े अवसर मौजूद हैं।
IMF ने की भारत की तारीफ
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान कई प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत द्वारा निभाई गई भूमिका की व्यापक सराहना की गई है। भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। भारत ने 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। शिखर सम्मेलन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रमुख मतभेदों को दूर करते हुए आम सहमति से 37 पेज के घोषणा पत्र को अपनाया और वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए।
जी-20 बैठक में भारत की अध्यक्षता की सरहाना
आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के मौके पर शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया, “वैश्विक स्तर के लिए प्रासंगिक कई मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 में भारत की अध्यक्षता की व्यापक सराहना हो रही है।” मौजूदा लोकसभा चुनाव के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं। उनके स्थान पर इस बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास और आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी कर रहे हैं।