चीन में वाकई कुछ भी हो सकता है। खासतौर पर यदि आप सरकार के पंगा लेते हैं तो आपके बुरे दिन करीब ही हैं। यदि कोई चीनी शख्स अभी भी चीनी सरकार की बर्बरता से अनजान है तो वह अरबपति कारोबारी और एक समय एशिया के सबसे अमीर शख्स रहे जैक मा (Jack Ma) के हालात देख सकता है। एक सेमिनार में चीनी सरकार के खिलाफ जैक मा क्या बोले, वहां की सरकार ने उनकी हस्ती ही मिटा दी।
अज्ञातवास में कभी जापान और कभी थाइलैंड में दिखाई दे रहे जैक मा को एक ताजा झटका लगा है। जिस एंट ग्रुप (Ant Group) को उन्होंने खड़ा किया वहां से भी उन्हें निकाल दिया गया है। एंट ग्रुप चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा की सहयोगी है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिनटेक कंपनी एंट ग्रुप ने कहा है कि कंपनी पर अब जैक मा का कंट्रोल नहीं रह गया है। कंपनी ने उनके वोटिंग राइट्स भी सीमित कर दिए हैं। एक समय एंट ग्रुप में उनके पास 50 फीसदी वोटिंग राइट्स थे जो अब 6.2 फीसदी रह गए हैं। एंट में उनकी हिस्सेदारी अब महज 10 फीसदी रह गई है।
कभी बजता था जैक मा का डंका
90 और 2000 के दशक में इंटरनेट क्रांति के बीच बुलंदियों पर पहुंचे जैक मा एक समय दुनिया की सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी अलीबाबा के मालिक थे। उन्हें मार्च 2020 में मुकेश अंबानी की जगह एशिया के सबसे बड़े रईस शख्स का तमगा मिला था। लेकिन 2020 में ही चीन की सरकार के बारे में दिए गए एक बयान के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई थी। जैक मा ने चीन के बैंकों पर साहूकारों जैसी मानसिकता रखने का आरोप लगाया था। पिछले साल उनकी नेटवर्थ में काफी गिरावट आई। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक जैक मा की नेटवर्थ अब 34.1 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 34वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
कहां हैं जैक मा
चीनी सरकार से पंगा लेने के बाद से जैक मा लापता हो गए थे। कहा गया कि उन्हें चीनी सरकार ने जेल में बंद कर दिया है। लेकिन पिछले साल पता चलता कि वे जापान की राजधानी टोक्यो में हैं। साल 2021 में जब उनके गायब होने की खबरें दुनिया में आईं तो हर कोई हैरान रह गया। इसके बाद से ही उनकी कंपनियों एंट और अलीबाबा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। 2021 में एंट ग्रुप दुनिया के सबसे बड़े आईपीओ को लाने की तैयारी में था। चीन की सरकार ने एंट के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को बंद कर दिया था। साथ ही अलीबाबा पर भी 2.8 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था।