Highlights
- अमेरिका का चीन पर WTO के Free Trade वादे को पूरा करने में विफल रहने का आरोप
- चीन ने सरकारी नेतृत्व वाले गैर-बाजार नजरिये को बरकरार रखा है
बीजिंग। क्या वास्तव में चीन ने दुनिया को 20 साल धोखा दिया है। अमेरिका द्वारा चीन पर विश्व व्यापार संगठन की प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन करने के आरोपों का चीन ने जवाब दिया है। चीन ने अमेरिका के इस आरोप को खारिज कर दिया कि वह (चीन) अपने बाजार खोलने की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहा है। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच शिकायतों का नया सिलसिला ऐसे वक्त में शुरू हुआ है, जब कंपनियां व्यापार युद्ध की समाप्ति के लिए दोनों सरकारों के बीच फिर से बातचीत शुरू होने का इंतजार कर रही हैं।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने बाइडन प्रशासन के उस बयान की आलोचना भी की, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका चीनी व्यापार रणनीति से निपटने के लिए नए तरीके विकसित कर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा, ‘‘यह शिकायत पूरी तरह तथ्यों के विपरीत है।’’
अमेरिका ने बुधवार को चीन पर डब्ल्यूटीओ के प्रति अपनी मुक्त व्यापार प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह चीन के आक्रामक व्यापार व्यवहार से निपटने के लिए नए तरीकों की तलाश कर रहा है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय ने बुधवार को डब्ल्यूटीओ नियमों के साथ चीन के अनुपालन पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि चीन अपने वादों को पूरा नहीं कर रहा है।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने कहा, ‘‘चीन ने इसके बजाय अर्थव्यवस्था और व्यापार के लिए अपने सरकारी नेतृत्व वाले गैर-बाजार नजरिये को बरकरार रखा है और इसे आगे बढ़ाया है।’’
गाओ ने कहा कि अमेरिका को संरक्षणवाद और नई रणनीति के नाम पर धमकाने के बजाय अपने व्यापार साधनों को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों के अनुरूप बनाना चाहिए।