विमान नियामक संस्था डीजीसीए की ओर से हाल में एक सर्कुलर जारी किया गया है। इससे बेसिक विमान किराए को किफायती बनाने में मदद मिल सकती है। बता दें, विमान नियामक द्वारा फ्लाइट किरायों को सस्ता बनाने को लेकर लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।
डीजीसीए द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया कि एयरफेयर में कई सुविधाओं के चार्जेस को शामिल किया जाता है। हमने फीडबैक के आधार पर जानकारी मिली है कि कई बार इन सुविधाओं की यात्रियों को कोई आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में अगर इन चार्जेस को हटा दिया जाता है तो यात्रा को किफायती बनाने में मदद मिलेगी। ये सेवाएं यात्री की इच्छानुसार (Opt-in/out) होनी चाहिए।
क्या होता है Opt-in/out?
जब भी फ्लाइट में आप यात्रा करते हैं तो कई प्रकार की सर्विसेज आपको दी जाती है और बड़ी संख्या में यात्रियों को इनकी आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में Opt-in/out चुनकर आप अपनी इच्छा के अनुसार उन सेवाओं को जोड़ और घटा सकते हैं।
किन सेवाओं को कम करके डीजीसीए किराए को बनाएगा किफायती?
डीजीसीए के सर्कुलर में कई सेवाओं का जिक्र किया गया है, जिनको कम करके आसानी से अपने एयरफेयर को किफायती बनाया जा सकता है।
- पसंदीदा सीट
- खाने और ड्रिंक के चार्जेस
- एयरलाइन लाउंज के चार्जेस
- बैगेज चेक इन चार्जेस
- खेल उपकरण चार्जेस
- संगीत वाद्ययंत्र चार्जेस
- मूल्यवान सामान की विशेष घोषणा के लिए चार्जेस
टिकट पर होगी जानकारी
एयरलाइन बैगेज पॉलिसी के रूप में अनुसूचित एयरलाइन को शून्य बैगेज/ नो चेक इन बैगेज किराया लाने की अनुमति दी जाएगी। एयरलाइ को यात्री को इन चार्जेस के बारे में बताना होगा। साथ ही सभी शुल्क को टिकट पर प्रिंट भी करना होगा।