Paytm news in hindi : कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्यापारियों को अपने कारोबार से संबंधित लेनदेन के लिए पेटीएम के बजाय दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर शिफ्ट होने की सलाह दी है। पेटीएम वॉलेट और बैंक परिचालन पर भारतीय रिजर्व बैंक के अंकुशों के बाद कैट की ओर से यह सलाह दी गई है। कैट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रिजर्व बैंक द्वारा हाल में पेटीएम पर लगाये अंकुशों को लेकर देशभर में व्यापारियों को अपने पैसे की सुरक्षा के लिए अन्य प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
ग्राहकों को आ सकती है दिक्कत : कैट
कैट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी, विक्रेता, हॉकर और महिलाएं पेटीएम के माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं और आरबीआई के अंकुशों से इन लोगों को वित्तीय तौर पर दिक्कत आ सकती है। सूत्रों का कहना है कि मनी लांड्रिंग की चिंता तथा लोकप्रिय वॉलेट पेटीएम और उसकी कम चर्चित बैंकिंग इकाई के बीच सैकड़ों करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के चलते रिजर्व बैंक ने विजय शर्मा की अगुवाई वाली इकाइयों पर यह अंकुश लगाया है। केंद्रीय बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) को और जमा लेने सहित अधिकांश गतिविधियों को फिलहाल रोकने के लिए कहा है।
पेटीएम पर क्यों चला आरबीआई का डंडा?
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी चिंताओं और पेटीएम वॉलेट तथा इसकी बैंकिंग शाखा के बीच सैकड़ों करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के कारण आरबीआई PPBL के खिलाफ एक्शन लिया। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का निर्देश दिया था। सूत्रों ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के पास लाखों गैर-केवाईसी अनुपालन वाले खाते थे और हजारों मामलों में कई खाते खोलने के लिए एक ही पैन का उपयोग किया गया था। सूत्रों ने कहा कि असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निष्क्रिय खातों का उपयोग फर्जी खातों के लिए किए जाने की आशंका है।