शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच बायजू के निवेशकों ने कंपनी पर अमेरिका में एक अस्पष्ट हेज फंड में 53.3 करोड़ डॉलर की हेराफेरी करने के साथ ही 20 करोड़ डॉलर के राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की मंगलवार को अपील की। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने निवेशकों की इस याचिका पर बायजू को तीन दिन के भीतर लिखित जवाब देने को कहा और अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। बायजू का संचालन करने वाली कंपनी ‘थिंक एंड लर्न’ (टीएंडएल) की तरफ से लाया गया राइट्स इश्यू बुधवार को बंद होने वाला है।
राइट्स इश्यू तब हो जाएगा बंद
खबर के मुताबिक, राइट्स इश्यू को आगे बढ़ाने को लेकर दोनों ही पक्षों ने अपनी दलीलें पेश कीं। हालांकि, बायजू ने एनसीएलटी की बेंगलुरु पीठ में अपने चार शेयरधारकों द्वारा लगाए गए आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन उसके करीबी सूत्रों ने कहा कि एनसीएलटी द्वारा रोक न लगाए जाने पर राइट्स इश्यू पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को बंद हो जाएगा। कंपनी के कुछ निवेशकों ने मौजूदा प्रबंधन को कुप्रबंधन और कदाचार के जरिये उद्यम मूल्यांकन में भारी गिरावट के लिए जिम्मेदार बताया है।
शेयरधारकों ने 23 फरवरी को बुलाई थी ईजीएम
निवेशकों ने दलील दी कि राइट्स इश्यू सिर्फ तभी लाया जा सकता है जब कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाई जाए और मौजूदा शेयरधारक आवेदन कर नए शेयर हासिल करें। कंपनी के कुछ शेयरधारकों ने 23 फरवरी को एक असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुलाई थी जिसमें बायजू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी बायजू रवींद्रन और उनके परिवार को निदेशक मंडल से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। हालांकि, रवींद्रन ने इस बैठक को अमान्य बताते हुए कहा था कि ईजीएम का निर्धारित कोटा नहीं पूरा किया गया था। इससे पहले बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने बीते शनिवार को कंपनी से निकाले जाने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि मैं अब भी CEO हूं, प्रबंधन भी वही है।