देशभर में घरों की जबरदस्त मांग बनी हुई है। इसके चलते कीमत में वृद्धि जारी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, हाउसिंग प्राइस इंडेक्स (HPI) में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सालाना आधार पर 4.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यानी घरों की कीमत बढ़ी। रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में घरों की कीमत में सर्वाधिक 8.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, कानपुर में दो प्रतिशत की गिरावट तक देखी गई। अहमदाबाद, लखनऊ, कोलकाता और चेन्नई में सितंबर तिमाही के दौरान मकान की कीमतों में पिछली तिमाही की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई।
इन 10 शहरों को इंडेक्स में शामिल किया गया
यह 10 प्रमुख शहरों में रजिस्ट्रार से प्राप्त लेनदेन-स्तर के आंकड़ों पर आधारित है। ये शहर अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, लखनऊ और मुंबई हैं। एचपीआई में अप्रैल-जून तिमाही में 3.3 प्रतिशत और पिछले साल इसी तिमाही में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। तिमाही आधार पर, अखिल भारतीय एचपीआई में जुलाई-सितंबर अवधि में 0.1 प्रतिशत की कमी आई। आरबीआई ने शुक्रवार को 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए अपना आवास मूल्य सूचकांक जारी किया।
लोन की मांग में वृद्धि
अक्टूबर में उद्योगों को बैंक ऋण में बढ़ोतरी दर्ज की गई। बैंकों ने अक्टूबर 2024 में उद्योगों को सालाना आधार पर आठ प्रतिशत अधिक ऋण दिया, जबकि एक साल पहले इसी माह में यह वृद्धि 4.8 प्रतिशत थी। शुक्रवार को जारी आरबीआई के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह भी पता चला कि कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण अक्टूबर 2024 में सालाना आधार पर 15.5 प्रतिशत बढ़ा। इसमें पिछले साल इसी महीने में 17.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। प्रमुख उद्योगों में, 'रसायन और रासायनिक उत्पाद', 'पेट्रोलियम, कोयला उत्पाद और परमाणु ईंधन' तथा 'इंजीनियरिंग' के लिए एक साल पहले के मुकाबले अक्टूबर 2024 में ऋण वृद्धि अधिक रही।