भारत का मोबाइल गेमिंग बाजार तेजी से बढ़ रहा है और इस वजह से असर गेमिंग इंडस्ट्री के राजस्व पर दिखा देखा। एक रिपोर्ट में बताया कि गेमिंग इंडस्ट्री का वार्षिक राजस्व 2023 के 3.1 अरब डॉलर से लगभग दोगुना होकर 2028 तक छह अरब डॉलर हो सकता है। राजस्व में बढ़ोतरी की मुख्य वजह गेमिंग यूजर्स का बढ़ना है, जो कि आने वाले चार वर्षों में करीब 70 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं।
इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल (IEIC) और ऑनलाइन गेमिंग कंपनी विंजो की एक संयुक्त रिपोर्ट में बुधवार को यह बात कही गई। आईईआईसी विश्लेषण और द्वितीयक आंकड़ों के आधार पर ‘इंडिया गेमिंग रिपोर्ट 2024’ के तहत 2023 में गेम के लिए भुगतान करने वाले 14.4 करोड़ उपयोगकर्ताओं की तुलना में 2028 में यह संख्या 24 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
बाजार में 1400 कंपनियां से ज्यादा गेमिंग कंपनियां
रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय गेमिंग उद्योग में 1,400 से अधिक गेमिंग कंपनियां शामिल हैं, जिनमें 500 गेमिंग स्टूडियो भी शामिल हैं। गेमिंग का वार्षिक कारोबार 2028 तक छह अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में गेम डाउनलोड केवल चार साल में (2019 से 2023 तक) 5.65 अरब से बढ़कर 9.5 अरब हो गया। गेमिंग डाउनलोड में बढ़ोतरी की मुख्य वजह भारत में युवा आबादी का होना है। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी रहती है।
इस वृद्धि ने 2023 में वैश्विक गेम डाउनलोड में भारत की हिस्सेदारी को 16 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। इसके बाद क्रमशः 4.5 अरब (7.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी) डाउनलोड के साथ ब्राजील और 4.4 अरब (7.4 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी) डाउनलोड के साथ अमेरिका का स्थान रहा।