रियल एस्टेट मार्केट (Real Estate) जमीन पर नहीं आसमान में कुलांचे मार रहा है! यह एक हद तक सही है। ऐसा इसलिए कि जिस तरह से बीते तीन सालों में प्रॉपर्टी (Property) की कीमत बढ़ी है, उसने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है। महंगाई के मुकाबले प्रॉपर्टी की कीमत कई गुना बढ़ी है। 2 साल पहले तक जिस 2बीएचके फ्लैट की कीमत 30 से 35 लाख रुपये थी, वह अब बढ़कर 65 से 70 लाख पहुंच गई है। सबसे बड़ी बात कि अगर कोई एंड यूजर अपने लिए आशियाना खरीदना चाह रहा है तो उसे ढंग की प्रॉपर्टी नहीं मिल पा रही है। लेकिन अब रियल एस्टेट के अच्छे दिन जाने वाले हैं। इसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। प्रॉपर्टी अफोर्डेबल नहीं रहने से बिक्री गिर रही है।
रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली फर्म प्रॉपइक्विटी के अनुसार, देश के नौ प्रमुख शहरों में मौजूदा तिमाही के दौरान घरों की बिक्री दो प्रतिशत घटकर लगभग 1.20 लाख इकाई रह जाने का अनुमान है। अप्रैल-जून तिमाही में घरों की बिक्री जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में 18 प्रतिशत घटने का अनुमान है। पिछली तिमाही में 1,46,1947 घरों की बिक्री हुई थी। आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि रियल्टी मार्केट किस ओर जा रहा है। प्रॉपर्टी सेक्टर के जानकारों का कहना है कि बिक्री गिरने से बिल्डर पर दबाब बढ़ेगा। मौजूदा समय में कोई भी बिल्डर इस हालत में नहीं कि वो अनसोल्ड इनवेंट्री रख कर टिके रहे। अगर उसे बाजार में रहना है तो कीमत कम करनी होगी।
मुंबई में घरों की बिक्री गिरने का अनुमान
आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में घरों की बिक्री हल्की गिरावट के साथ 1,19,901 इकाई रहने का अनुमान है। एक साल पहले की समान अवधि में 1,21,856 घरों की बिक्री हुई थी। मुंबई में घरों की बिक्री 13,219 इकाइयों की तुलना में मामूली रूप से घटकर 13,032 इकाइयों पर आ जाने का अनुमान है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर बाजार में इस साल अप्रैल-जून के दौरान आवासीय संपत्तियों की बिक्री बढ़कर 10,198 इकाई रहने का अनुमान है। एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 9,635 इकाई रहा था।
बेंगलुरु में मामूली बढ़त का अनुमान
बेंगलुरु में भी घरों की बिक्री एक साल पहले की 15,088 इकाइयों से बढ़कर 15,127 इकाइयों पर पहुंचने का अनुमान है। लेकिन चेन्नई में बिक्री 4,950 इकाइयों से घटकर 4,841 इकाइयों पर आ जाने का अनुमान है। हैदराबाद में भी बिक्री 20 प्रतिशत घटकर 15,016 इकाई रहने का अनुमान है जो पिछले साल की समान अवधि में 18,757 इकाई थी। कोलकाता में बिक्री 4,025 इकाइयों से बढ़कर 5,130 इकाइयों पर पहुंचने की संभावना है।
हालांकि, इसके उपनगरीय इलाके नवी मुंबई में घरों की बिक्री 36 प्रतिशत बढ़कर 9,035 इकाइयों पर पहुंचने की संभावना है। पुणे में घरों की बिक्री 26,586 इकाइयों से 15 प्रतिशत घटकर 22,482 इकाइयों पर पहुंचने की संभावना है। ठाणे में घरों की बिक्री नौ प्रतिशत बढ़कर 25,041 इकाइयों पर पहुंच सकती है, जो एक साल पहले की समान अवधि में 22,956 इकाई थी।
रियल एस्टेट में सुस्ती आना तय
प्रॉपर्टी एक्सपर्ट मुकेश कुमार झा के मुताबिक, जिस गलत तरीके से प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ाई गई है, मार्केट में झूठा हाइप क्रिएट किया गया, उसका परिणाम अब दिखाई दे रहा है। बिल्डर और ब्रोकर के तमाम हथकंडे अब फेल होते नजर आ रहे हैं। प्रॉपर्टी की कीमत आम आदमी के बजट के बाहर निकल गया है। सिर्फ अमीरों के सहारे इस मार्केट को नहीं चलाया जा सकता है। ऐसे में इस सेक्टर में सुस्ती देखने को मिलेगी। इसका असर कीमत पर पड़ेगा। बिल्डर कीमत कम करने को मजबूर होंगे।