वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 के भाषण में पंचामृत लक्ष्यों का जिक्र किया, जिसके जरिए भारत अपनी रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमताओं को बढ़ाएगा और वर्ष 2070 तक नेट कार्बन उत्सर्जन को जीरो तक ले जाएगा। बता दें, रिन्यूएबल एनर्जी के तहत लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पहली बार पीएम मोदी की ओर से ग्लासगो सम्मेलन में पंचामृत विचारधारा को दुनिया के सामने रखा था।
पंचामृत का उद्देश्य
- 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से उत्पादन होने वाली बिजली क्षमता को 500 गीगावॉट तक ने जाना है।
- 2030 तक ऊर्जा की आवश्यकताओं में से 50 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी से हासिल करना है।
- कार्बन उत्सर्जन को 2030 तक एक अरब टन कम करना है।
- 2070 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करना है।
- 2030 तक अर्थव्यवस्था की कार्बन इन्टेंसिटी में 2005 के स्तर से 45 प्रतिशत की कम ले जाना है।
वित्त मंत्री ने रिन्यूएबल एनर्जी को लेकर किए ये ऐलान
वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि सरकार जल्द पीएम सर्योदय योजना शुरू करेगी। इसके तहत सरकार एक करोड़ घरों पर सोरल रूफ लगाएगी। इसके तहत देश के एक करोड़ परिवारों को 300 यूनिट्स तक फ्री बिजली मिल सकेगी। सोलर एनर्जी के कारण देश में हर परिवार प्रति वर्ष 15 से 18 हजार रुपये की बजट कर पाएगा। इसके अलावा उन्होंने आगे बताया कि ई-व्हीकल इन्फ्रा को मजबूत बनाने के लिए सरकार मैन्यूफैक्चरिंग और चार्जिंग इन्फ्रा का सपोर्ट करेगी। वहीं, पेमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के जरिए ई-बस के इस्तेमाल के प्रोत्साहित किया जाएगा।
बायो मैन्यूफैक्चरिंग और बायो फाउंड्री के लिए आएगी नई योजना
वित्त मंत्री की ओर से ऐलान किया गया कि सरकार बायो मैन्यूफैक्चरिंग और बायो फाउंड्री के लिए जल्द नई स्कीम लाएगी। इसकी मदद से आसानी से पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाले बायोडिग्रेडेबल पॉलीमर्स, बायो-प्लास्टिक, बायो-प्लार्मा और बायो-एग्रीइनपुट्स उपलब्ध कराए जाएंगे।