नई सरकार बनने के बाद अब निवेशकों को आगामी केंद्रीय बजट 2024 का इंतजार है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के तीसरे हफ्ते में बजट पेश कर सकती हैं। हालांकि सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक तारीख की घोषणा अब तक नहीं की गई है। मार्केट इन्वेस्टर्स (बाजार निवेशक) और मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार इस बार बजट में डिफेंस,रेलवे, इन्फ्रा और रिन्युएबल इनर्जी पर विशेष प्रावधान कर सकती है। कुछ बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं।
बुनियादी ढांचे में निवेश स्थिरता पर केंद्रित होगा
खबर के मुताबिक, बजट 2024 से पहले किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित रहना चाहिए? एक्सपर्ट का मानना है कि बुनियादी ढांचे में निवेश स्थिरता पर केंद्रित होगा, जिसका उद्देश्य परिवहन नेटवर्क का आधुनिकीकरण करना और पर्यावरणीय परिणामों में सुधार करना है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ऊर्जा नीतियों में नवीकरणीय स्रोतों पर जोर दिए जाने की उम्मीद है, जो वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के साथ अलाइंड होंगे और कार्बन उत्सर्जन को कम करेंगे।
रक्षा और रेलवे क्षेत्रों में अधिक पूंजीगत व्यय पर जोर दिया जाएगा। इन क्षेत्रों के विकास पर बारीकी से नजर रखी जाएगी क्योंकि हितधारक आर्थिक विकास और पुनर्प्राप्ति रणनीतियों पर बजट के प्रभाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं
मार्केट का रुख लगातार पॉजिटिव
विशेषज्ञों का मानना है कि चुनावों के बाद से भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है, जो हर हफ्ते धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ रहा है। ग्लोबल मार्केट से मिले-जुले संकेतों, खासकर मुद्रास्फीति की चिंताओं के बावजूद भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों ने इस सप्ताह बढ़त दर्ज की। लाइवमिंट खबर के मुताबिक, निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से लार्ज-कैप शेयरों पर था, जिसके परिणामस्वरूप मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट का प्रदर्शन खराब रहा। आईटी सेक्टर ने विशेष रूप से उल्लेखनीय सुधार दिखाया, साथ ही निजी बैंकों ने बैंकिंग सेगमेंट में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से बेहतर प्रदर्शन किया।
बजट कई घरेलू क्षेत्रों पर पॉजिटिव प्रभाव डालेगा, जिसमें किफायती आवास, पूंजीगत व्यय, उपभोक्ता सामान और दर-संवेदनशील क्षेत्र शामिल हैं। हालांकि, यह सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा में महत्वपूर्ण उत्प्रेरकों की कमी की उम्मीद करता है।