Budget 2023 Latest Updates: 1 फरवरी 2023 को सुबह 11 बजे देश की संसद में विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत का बजट पेश होगा। इस बजट पर पूरे विश्व की नजर रहेगी। इस समय दुनिया के कई देश मंदी के चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में भारत को लेकर आईएमएफ अनुमान लगा रहा है कि यह मंदी के दौरान भी विकास करता रहेगा। यही कारण है कि भारत का 2023-24 का बजट अहम हो गया है। अगर आप बजट का लाइव प्रसारण देखना चाहते हैं तो देश के नंबर-1 चैनल इंडिया टीवी के चैनल पर चले जाएं। यहां आपको बजट से जुड़ी सभी जानकारी और साथ में आसान भाषा में विश्लेषण देखने को मिल जाएगा।
केंद्रीय बजट 2023-24 को ऑनलाइन कैसे देखें?
केंद्रीय बजट 2023-24 को ऑनलाइन देखने के लिए आप इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर जा सकते हैं। उसे वहां लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। साथ ही इंडिया टीवी हिंदी के वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते हैं। वहां आपको पल-पल की खबर और उससे जुड़े हर बड़े अपडेट देखने को मिल जाएंगे। संसद टीवी, दूरदर्शन और पीआईबी के यूट्यूब चैनल पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। बता दें, केंद्रीय बजट 2023-24 की अवधि लगभग 1.5-2 घंटे होने की उम्मीद है। हालाँकि, 2021 में, निर्मला सीतारमण ने रिकॉर्ड तोड़ दिया और 2 घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण दिया।
केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप
भारत सरकार ने आम नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बजट को एक ही ऐप में शामिल करने का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा लॉन्च किए गए यूनियन बजट ऐप को आप प्ले स्टोर और iOS स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसे आप सीधे भारत सरकार के ऑफिशियल वेबसाइट https://www.indiabudget.gov.in/ से जाकर भी डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप इंस्टॉल होने के बाद आप उसे जैसे ही ओपेन करेंगे स्क्रीन पर भाषा और वित्त वर्ष सेलेक्ट करने के लिए आपसे पूछा जाएगा। उसके बाद आपको 15 अलग-अलग ऑप्शन दिखेंगे, जिसमें बजट भाषण से लेकर बजट का संक्षिप्त परिचय मिल सकेगा। कम समय में बजट को समझे के लिए 'बजट एक नजर में' का ऑप्शन दिखेगा। उसपर टैप कर लें। इस ऑप्शन में आपको कमी से लेकर बजट प्रोफाइल, खर्च और प्रमुख योजनाओं के बारे में जानकारी मिल जाएगी। इस ऐप पर आपको बजट की रुप रेखा भी जानने को मिल जाएगी। सरकार किस सेक्टर में कितना खर्च कर रही है, यह भी आप 'व्यय बजट' पर जाकर पढ़ सकते हैं।
आज पेश हुई आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वार्षिक आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की है। केंद्र के आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 1 अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था के 6 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत के बीच बढ़ने की उम्मीद है, जो चालू वर्ष के लिए अनुमानित 7 प्रतिशत से कम है।