ब्रिटेन की व्यापार मंत्री केमी बादेनोच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के छठे दौर पर बातचीत शुरू करने के लिए सोमवार नई दिल्ली पहुंच गईं। वह अपने भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी। भारत और ब्रिटेन के वार्ताकारों के दलों के बीच जुलाई के बाद यह पहली औपचारिक बैठक होगी और ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने के बाद भी पहली वार्ता होगी। आपको बता दें कि आखिरी दौर की बातचीत 29 जुलाई को हुई थी। 13 जनवरी, 2022 को शुरू हुई वार्ता के तहत एक प्रमुख मुद्दा यात्री वाहन सहित वस्तुओं का व्यापार है। मुक्त व्यापार समझौते के तहत दोनों देश आपसी व्यापार वाले ज्यादातर उत्पादों पर सीमा शुल्क को या तो काफी कम कर देते हैं या पूरी तरह समाप्त कर देते हैं। ब्रिटेन वाहन क्षेत्र में शुल्क रियायत चाहता है।
भारत और ब्रिटेन पांचवीं और छठी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
बादेनोच ने ट्वीट किया, मैं ब्रिटेन और भारत के बीच व्यापार वार्ता के छठे दौर की शुरुआत करने के लिए यहां नयी दिल्ली पहुंच गई हूं। इस समझौते की प्रगति को गति देने के लिए अपने समकक्ष (भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री) पीयूष गोयल से मुलाकात भी करूंगी। उन्होंने आगे कहा, दोनों ही देश बहुत सारी महत्वाकांक्षाएं लेकर और पारस्परिक लाभदायक समझौते की दिशा में मिलकर काम करने की इच्छाशक्ति के साथ एक मंच पर आए हैं। मैं उन अवसरों को लेकर बहुत उत्साहित हूं जो हम ब्रिटेन के कारोबार के लिए सृजन कर सकते हैं। बादेनोच ने कहा कि भारत और ब्रिटेन दुनिया की पांचवीं और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। उन्होंने कहा, हमारा साझा इतिहास है और हम इस स्थिति में है कि ऐसा समझौता कर पाएं जिससे रोजगारों का सृजन हो, वृद्धि को बढ़ावा मिले और हमारे कारोबारी संबंधों को भी गति मिले। बादेनोच भारत में उद्योग जगत के लोगों से भी मुलाकात करेंगी और ‘आधुनिक ब्रिटेन-भारत कारोबारी रिश्ते’ के लिए उनकी जरूरतों को बेहतर तरीके से समझेंगी।
निर्यात तेजी से बढ़ाने पर जोर
अगले दशक के मध्य तक भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि से भारत में यूके के निर्यात में नौ बिलियन पाउंड से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है, और यूके के व्यवसाय पहले से ही फलते-फूलते व्यापारिक संबंधों का लाभ उठा रहे हैं। ब्रिटिश कॉफी और सैंडविच रिटेलर प्रेट, रिलायंस ब्रांड्स के साथ फ्रैंचाइजी साझेदारी के बाद 2023 की शुरूआत में भारत में अपनी पहली ब्रांच खोलेगी। कंपनी की देश भर में कुल मिलाकर 100 ब्रांच खोलने की योजना हैं। जुलाई के बाद पहली औपचारिक दौर की यह वार्ता कीमतों में कटौती और वित्तीय और कानूनी जैसी यूके सेवाओं के लिए अवसरों को खोलने के लिए एक सौदे को लक्षित करेगी, जो ब्रिटिश व्यवसायों के लिए 2050 तक 250 मिलियन लोगों के मध्यम वर्ग के साथ-साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद करेगी। अपनी यात्रा के दौरान, व्यापार सचिव एक आधुनिक यूके-भारत व्यापार संबंध के लिए उनकी जरूरतों को बेहतर ढंग से समझने के लिए व्यापारिक नेताओं से भी मिलेंगी। इसमें फेयरट्रेड पेपर और पैकेजिंग उत्पादों का उत्पादन करने वाले संयंत्र के निर्माण के लिए भारत में 10 मिलियन पाउंड से अधिक का निवेश करने वाली यूके की कंपनी एनवोपीएपी के साथ बैठक में शामिल होगी।