क्रिप्टोकरेंसी टोकन बिटकॉइन ने 13 नवंबर को 90,000 डॉलर के लेवल को भी पार कर लिया। यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू लिया। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डिजिटल टोकन मानदंडों को आसान बनाने का वादा किया था, जिसका असर बिटकॉइन पर देखा जा रहा है। इसमें हाल के दिनों में लगातार तेजी का रुझान देखा गया है। सीएनबीसी की खबर के मुताबिक, बिटकॉइन बीते बुधवार को $90,670 पर आने से पहले पहली बार $93,000 से ऊपर चढ़ा।
93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ
चुनाव के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस सप्ताह में सबसे अधिक आकर्षक मूवर्स में से एक बन गई है। बीते बुधवार को लाभ कम करने से पहले इसने 93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ। पिछली बार यह 88,185 डॉलर पर थोड़ा नीचे था, लेकिन 5 नवंबर के चुनाव के बाद से इसमें 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चुनाव के दिन के बाद से छोटे समकक्ष ईथर में भी 37% की वृद्धि हुई है, जबकि अरबपति ट्रंप के सहयोगी एलन मस्क द्वारा प्रचारित एक वैकल्पिक, अस्थिर टोकन डॉगकॉइन 150% से अधिक बढ़ गया है।
कुछ दिनों में बहुत तेज ग्रोथ देखी गई
खबर के मुताबिक, बीते कुछ दिनों में ट्रम्प के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से अस्थिर डिजिटल एसेट में बहुत तेज ग्रोथ देखने को मिला है। बिटकॉइन ने अपने ही कई रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। बता दें, ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान में कहा था कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया की बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी कैपिटल बनाने की योजना बना रहे हैं। उनके इन्हीं सोच के दम पर डिजिटल करेंसी जोश में दिखाई दे रहा है।
निवेशकों को रहना चाहिए सतर्क
जानकारों का मानना है कि बिटकॉइन के 90 हजार डॉलर तक पहुंचने और अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के साथ, निवेशकों को आगे आने वाली संभावित अस्थिरता के बारे में सतर्क रहना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि हम जल्द ही 95 हजार डॉलर या 100 हजार डॉलर तक नहीं पहुंचेंगे, बल्कि इसका मतलब यह है कि बीटीसी अपनी ताकत वापस पाने के लिए रुक सकता है या वापस गिर सकता है।