Year-ender 2024: साल 2024 खत्म होने वाला है। निवेश के लिहाज से जब हम इस साल का मूल्यांकन करते हैं, तो पाते हैं, 2024 में सोने, चांदी, बॉन्ड और शेयर मार्केट से भी ज्यादा रिटर्न बिटकॉइन ने दिया है। इस साल क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स को शानदार रिटर्न मिला है। बिटकॉइन 2024 का बेस्ट परफॉर्मिंग इन्वेस्टमेंट रहा है। 12 महीने में इसने 140 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। साल की शुरुआत में बिटकॉइन $42,000-$43,000 के करीब था। अब साल खत्म होते समय बिटकॉइन की कीमत रिकॉर्ड $1,08,000 पर पहुंच गई है। यह रिटर्न निफ्टी-50 इंडेक्स के रिटर्न से काफी ज्यादा अधिक है, जिसने इस साल करीब 10 फीसदी रिटर्न दिया। दूसरी तरफ सोने ने इस साल 20 फीसदी रिटर्न दिया है।
बिटकॉइन में क्यों आई तेजी?
इस साल बिटकॉइन में तेजी के पीछे कई इवेंट्स का हाथ रहा है। जनवरी में एसईसी ने पहले बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दी थी। इससे लोगों के लिए बिटकॉइन में निवेश करना आसान हो गया। इसके बाद जुलाई में डोनाल्ड ट्रंप एक बिटकॉइन कॉन्फ्रेंस में बोलते नजर आए। इसके बाद नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन को पंख लग गए। इससे भी आगे, ट्रंप ने एक जाने माने क्रिप्टो सपोर्टर पॉल एटकिंस को SEC चेयरमैन नियुक्त कर दिया। इस कदम ने क्रिप्टोकरेंसी के अनुकूल नियमों की संभावना का संकेत दिया, जिसने निवेशकों का उत्साह बढ़ा दिया।
यह रहा दूसरा बड़ा फैक्टर
बिटकॉइन की तेजी के पीछे दूसरा बड़ा फैक्टर यूएस फेड का ब्याज दर घटाना रहा। सितंबर में फेड ने 4 साल में पहली बार ब्याज दर में 0.50% की कटौती की। इसके बाद नवंबर और दिसंबर में हर बार इसने 0.25 फीसदी का रेट कट किया। कम ब्याज दरें आमतौर पर निवेशकों को जोखिम भरे निवेश विकल्पों की तरफ जाने का सपोर्ट देती है। इससे बिटकॉइन का फायदा हुआ।
वर्ल्ड पॉलिटिक्स
वर्ल्ड पॉलिटिक्स ने भी क्रिप्टो की सक्सेस में अहम रोल निभाया। अमेरिका जिस तरह से डॉलर का यूज ग्लोबल करेंसी की तरह करता है, उसकी रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह दूसरे देशों को बिटकॉइन जैसी विकल्पों की तरफ देखने को मजबूर करता है। उधर यूरोप ने भी क्रिप्टोकरेंसी पर नरम रुख अपनाया है। यही नहीं, चीन ने भी क्रिप्टो के लिए खुले दृष्टिकोण के संकेत दिए।
2025 में कैसा रहेगा रुख?
क्रिप्टो प्लेटफॉर्म Mudrex के सीईओ एडुल पटेल के अनुसार, बिटकॉइन की 2024 की मजबूत रफ्तार साल 2025 में भी जारी रहने की संभावना है। स्पष्ट नियमों के साथ रिटेलर्स इसे तेजी से अपनाएंगे। सोलाना और रिपल के नए ईटीएफ के साथ इंस्टीट्यूशनल इनफ्लो बढ़ेगा। इन अनुकूल परिस्थितियों से बिटकॉइन 2025 के आखिर तक 2 लाख डॉलर तक पहुंच सकती है।