Adani Green Energy Group: अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने गुजरात के विशाल खावड़ा सोलर पार्क में 2,000 मेगावाट की सौर क्षमता स्थापित की है, जिसके साथ ही वह 10,000 मेगावाट से अधिक रिन्यूएबल क्षमता वाली भारत की पहली कंपनी बन गई है। कंपनी ने बताया कि उसके पास अब 10,934 मेगावाट की ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता है, जो भारत में सबसे अधिक है।
2.1 करोड़ टन टन सीओ2 का उत्सर्जन कम होगा
वित्त वर्ष 2023-24 में 2,848 मेगावाट रिन्यूएबल क्षमता को स्थापित किया गया। एजीईएल के रिन्यूएबल एनर्जी के पोर्टफोलियो के ऑपरेशनल हिस्से में 7,393 मेगावाट सौर, 1,401 मेगावाट पवन और 2,140 मेगावाट पवन-सौर हाइब्रिड क्षमता शामिल है। कंपनी का 2030 तक 45 गीगावॉटरिन्यूएबल क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। बयान में कहा गया कि एजीईएल का 10,934 मेगावाट का ऑपरेशनल हिस्सा 58 लाख से अधिक मकानों को बिजली देगा। सालाना करीब 2.1 करोड़ टन सीओ2 (कार्बन डाइऑक्साइड) के उत्सर्जन से बचाएगा।
45,000 मेगावाट है लक्ष्य
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि हमें रिन्यूएबल क्षेत्र में भारत का पहला दस हजारी होने पर गर्व है। एक दशक से भी कम समय में अडानी ग्रीन एनर्जी ने न केवल एक हरित भविष्य की कल्पना की, बल्कि इसे साकार भी किया। स्वच्छ ऊर्जा का पता लगाने के एक विचार मात्र से बढ़कर स्थापित क्षमता में 10,000 मेगावाट की अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है।
अडाणी ने आगे कहा कि 2030 तक 45,000 मेगावाट (45 गीगावॉट) के लक्ष्य के तहत हम खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट बना रहे हैं। खावड़ा 30,000 मेगावाट की एक परियोजना है जिसका वैश्विक स्तर पर कोई मुकाबला नहीं है। एजीईएल न केवल दुनिया के लिए मानक स्थापित कर रहा है बल्कि उन्हें नई सिरे से परिभाषित भी कर रहा है।