बिजली की मजबूत मांग और इंडस्ट्री के तेजी से बढ़ने के कारण अदाणी ग्रीन की ओर से आक्रामक तरीके से क्षमता का विस्तार किया जा रहा है। ऐसे में अदाणी ग्रुप की इस रिन्यूएबल कंपनी के शेयर में बुल-केस स्थिति में 75 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिल सकती है। जेफरीज की ओर से एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म की ओर से कंपनी के शेयर प्राइस का टारगेट 2,130 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जो कि इसके पिछले कारोबारी सत्र के अंतिम भाव से 17 प्रतिशत अधिक है।
सोमवार कारोबार के सत्र में 1 बजे तक अदाणी ग्रीन का शेयर 2.39% की तेजी के साथ 1,846.85 रुपये पर था। जेफरीज ने संभावना जताई है कि अदाणी ग्रीन का शेयर मौजूदा भाव से 75 प्रतिशत बढ़कर 3,180 रुपये तक जा सकता है। इसकी वजह कंपनी द्वारा 2030 तक 50 गीगावाट तक क्षमता विस्तार का लक्ष्य रखना है। रिपोर्ट में जेफरीज की ओर से कहा गया कि अदाणी ग्रीन के लिए खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट एक 'गेम-चेंजर' साबित होगा।
खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी से मिलेगा फायदा
बता दें, खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट 538 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है और यह पेरिस शहर के मुकाबले पांच गुना ज्यादा बड़ा है। इस प्लांट की कुल क्षमता 30 गीगावाट की होगी, जिसे 2029 तक विकसित किया जाना है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के 12 महीने के अंदर कंपनी की ओर से खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में 2 गीगावाट की क्षमता शुरू की जा चुकी है और वित्त वर्ष 25 में कुल 6 गीगावाट की क्षमता जोड़ने की कंपनी ने योजना बनाई गई है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी का मुनाफा बढ़ा
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में अदाणी ग्रीन एनर्जी का मुनाफा 95 प्रतिशत बढ़कर 629 करोड़ रुपये हो गया है। ग्लोबल ब्रोकरेज ने अनुमान जताया है कि पावर सेक्टर में होने वाला पूंजीगत व्यय वित्त वर्ष 2024-30 के बीच में 2.2 गुना बढ़कर 280 अरब डॉलर हो सकता है। अदाणी ग्रीन एनर्जी की ओर से पिछले हफ्ते खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में 250 मेगावाट की क्षमता की पहली पवन ऊर्जा प्लांट का संचालन शुरू किया गया था।
इनपुट: आईएएनएस