जन धन खाते इस्तेमाल करने वालों के लिए बड़ी खबर है। वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू ने सोमवार को बैंकों से कहा कि 10 साल पुराने जन धन खातों का दोबारा KYC (अपने ग्राहक को जानें) करें। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) 2014 में शुरू की गई थी। अगस्त, 2014 से दिसंबर, 2014 की अवधि के दौरान लगभग 10.5 करोड़ पीएमजेडीवाई खाते खोले गए थे। इन खातों का अब 10 साल के बाद पुनः KYC होना है। वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि नागराजू ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) खाताधारकों के लिए नए सिरे से केवाईसी प्रक्रिया शुरू करने के लिए सभी हितधारकों के साथ बैठक की।
बैंकों को दिया गया यह सुझाव
बैठक के दौरान नागराजू ने पुनः केवाईसी करने के लिए एटीएम, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और अन्य उपलब्ध डिजिटल चैनलों जैसे सभी माध्यमों में सभी प्रक्रियाएं अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बैंकों को अन्य समकक्ष बैंकों द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम व्यवहार को लागू करने के लिए भी तत्पर रहना चाहिए। नागराजू ने बैंकों से आग्रह किया कि वे पीएमजेडीवाई योजना की शुरुआत के समय वाले उत्साह के साथ काम करें और ग्राहकों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए पुन: केवाईसी का कार्य पूरा करें।
बैंक अतिरिक्त कर्मचारी तैनात करें
बयान में कहा गया है कि उन्होंने बैंकों को समयबद्ध तरीके से पुन: केवाईसी को पूरा करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया। सरकार ने बताया था कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के लगभग 20 प्रतिशत खाते निष्क्रिय हैं। वित्त राज्यमंत्री भागवत के कराड ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा था कि छह दिसंबर तक कुल 10.34 करोड़ निष्क्रिय पीएमजेडीवाई खातों में से 4.93 करोड़ महिलाओं के हैं।