देश का विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ा उछाल आया है। आपको बता दें कि विदेशी मुद्रा भंडार आठ मार्च को समाप्त सप्ताह में 10.47 अरब डॉलर की शानदार बढ़ोतरी के साथ 636.095 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे एक सप्ताह पहले देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 6.55 अरब डॉलर बढ़कर 625.626 अरब डॉलर हो गया था। अक्टूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्राभंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन वैश्विक गतिविधियों के कारण उत्पन्न दबावों के बीच केंद्रीय बैंक ने रुपये की गिरावट को थामने के लिए पूंजी भंडार का उपयोग किया जिससे मुद्रा भंडार प्रभावित हुआ था।
इस तरह किया जाता है आकलन
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, आठ मार्च को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 8.121 अरब डॉलर बढ़कर 562.352 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लिखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
आईएमएफ के पास जमा में भी बढ़ोतरी
रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 2.299 अरब डॉलर बढ़कर 50.716 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 3.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.211 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक के मुताबिक, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा भी 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.817 अरब डॉलर हो गयी।