देश में अप्रैल-जून 2023 के बीच दाखिल आयकर रिटर्न की संख्या सालाना आधार पर करीब दोगुना होकर 1.36 करोड़ के पार पहुंच गई। आयकर रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2023 थी। जिन कंपनियों और लोगों के लिए अपने खातों का ऑडिट कराना आवश्यक है, उनके लिए वित्त वर्ष 2022-23 में अर्जित आय के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर है।
जुलाई में 5.41 करोड़ से अधिक रिटर्न दाखिल किए गए
जुलाई में 5.41 करोड़ से अधिक रिटर्न दाखिल किए गए। आयकर विभाग के अनुसार, आकलन वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई तक रिकॉर्ड 6.77 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए। इसमें 53.67 लाख लोगों ने पहली बार आयकर रिटर्न दाखिल किया। आईटीआर दाखिल करने के ऑनलाइन मंच पर उपलब्ध तुलनात्मक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून 2022-23 में 70.34 लाख से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए गए थे। अप्रैल-जून 2023-24 में यह संख्या 93.76 प्रतिशत बढ़कर 1.36 करोड़ से अधिक हो गई। आंकड़ों के अनुसार, इस बार एक करोड़ आईटीआर 26 जून तक दाखिल कर दिए गए थे, जबकि पिछले साल आठ जुलाई तक एक करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल हुए थे।
रिकॉर्ड 6.77 करोड़ आयकर रिटर्न 31 जुलाई तक जमाः
आयकर विभाग के अनुसार, आकलन वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई तक रिकॉर्ड 6.77 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए। इनमें से 53.67 लाख लोगों ने पहली बार रिटर्न भरा है। आयकर विभाग ने एक बयान में कहा, "कर आकलन वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई तक 6.77 करोड़ से अधिक आईटीआर जमा किए गए हैं। यह संख्या पिछले साल की समान अवधि तक जमा 5.83 करोड़ रिटर्न से 16.1 प्रतिशत अधिक है।" आयकर विभाग ने वेतनभोगी करदाताओं को आईटीआर जमा करने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया था। इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 में अर्जित आय के ऑडिट की जरूरत न होने वाले करदाता भी इस तारीख तक अपना रिटर्न जमा कर सकते थे। विभाग ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह आईटीआर जमा करने की समयसीमा आगे नहीं बढ़ाएगा। ऐसी स्थिति में समयसीमा खत्म होने के अंतिम दिन यानी 31 जुलाई को 64.33 लाख से अधिक रिटर्न जमा किए गए।